अलवर. पूरे देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. काफी दिनों तक लोग घरों में बंद थे. जिसके चलते वो मानसिक तनाव के शिकार हो रहे थे. ऐसे ही लोगों के लिए अलवर की एक दंपत्ती ने एक गाना बनाया है. गाना बनाने का मुख्य उद्देश्य तनाव को दूर करना और लोगों की महामारी के समय सकारात्मक सोच के साथ जीने के लिए प्रेरित करना है. कोरोना पर बना यह गाना इन दिनों लोगों को खासा पसंद आ रहा है.
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कोरोना में लोगों की सोशल लाइफ पूरी तरीके से समाप्त हो चुकी है. एक दूसरे से दूरी बनाते हुए लोग जीवन यापन कर रहे हैं. इन सबके बीच लोगों में तनाव, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन सहित कई तरह की बीमारियां होने लगी हैं. लोगों को कोरोना से जागरूक करने के लिए अलवर में एक पति-पत्नी की जोड़ी ने कोरोना के दौरान लोगों को तनाव मुक्त करने के लिए एक गाना बनाया है. इस गाने को सोशल मीडिया पर लोग खासा पसंद कर रहे हैं तो गाने की लॉन्चिंग गुरुवार को की गई. अलवर नगर परिषद के कमिश्नर सोहन सिंह नरुका ने गाने की लॉन्चिंग करते हुए कोरोना में सावधानी बरतते हुए अपने जीवन यापन करने की बात कही. गाने को चिन्मय पराशर और उनकी पत्नी ने गाया है. गाना भी चिन्मय ने ही लिखा है.
चिन्मय पाराशर ने कहा कि कोरोना को लेकर तो कई गाने बने हैं. उन्होंने भी बीते दिनों लोगों को जागरूक करने के लिए एक गाना बनाया था. लेकिन संक्रमण के चलते लोग अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में लोगों में तनाव संबंधित कई तरह की शिकायतें होने लगी हैं. इसलिए उन्होंने कोरोना से हटके दिल को शांति देने वाला गाना बनाया है. उन्होंने कहा इस गाने की शूटिंग अलवर के पर्यटन स्थलों पर की गई है. दरअसल अलवर में कई पर्यटन स्थल हैं. जहां कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग हुई है. इसलिए उन्होंने भी अलवर में ही गाने का शूट करने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि इस गाने से जहां एक तरफ लोगों कोरोना से जागरूक होंगे तो अलवर के पर्यटन स्थलों को भी लोग जान सकेंगे.