अलवर. कुछ समय पहले चाइना से एयर लिफ्ट करके वहां रहने वाले भारतीयों को भारत लाया गया था. उसके लिए केंद्र सरकार ने तीन जगहों को चिन्हित किया था. जहां ऑब्जरवेशन में उन लोगों को रखा जाना था. इसमें अलवर का ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन भी शामिल था, लेकिन उस समय एयर लिफ्ट करके लाए गए भारतीयों को मानेसर स्थित आइटीबीपी के कैंप में रखा गया.
इसलिए ईएसआईसी भवन में तैनात किए गए सभी स्टाफ को वापस भेज दिया गया था. लेकिन एक बार फिर से सरकार को अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन की याद आई है. इस बार ईरान और इटली से 116 लोगों को अलवर भेजने की संभावना जताई गई है. इस हिसाब से कॉलेज भवन में तैयारियां शुरू कर दी गई है. सभी नर्सिंग स्टाफ को तुरंत अलवर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं. तो वहीं बुधवार सुबह से सभी व्यवस्थाएं शुरू हो जाएंगी. राजस्थान की विभिन्न जगहों से 24 नर्सिंग कर्मी अलवर लगाए गए हैं. भारत सरकार की तरफ से इस समय इटली व ईरान से भारतीयों को लाया जा रहा है.
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जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह द्वारा ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोनावायरस को लेकर जारी एडवाइजरी की पालना की तैयारी पर चर्चा की.
अलवर के ईएसआईसी भवन में 288 लोगों के ऑब्जर्वेशन में रखने की व्यवस्था पहले से मौजूद है. ऐसे में लगातार प्रशासन की तरफ से विभिन्न देशों में रहने वाले भारतीयों को एअर लिफ्ट करके भारत लाने की प्रक्रिया की जा रही है. बड़ी संख्या में लोगों को चूरु के आर्मी कैंप में ले जाया गया है. उसके बाद अब उनको अलवर लाया जाएगा.