अलवर. गुरुग्राम की रहने वाली एक 13 साल की बालिका अपने पिता की डांट के बाद घर छोड़कर भाग गई. सोमवार को बालिका अलवर जंक्शन पर घूमती हुई मिली. आरपीएफ ने बालिका से पूछताछ की. मामला संदिग्ध लगने पर बालिका को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया. चाइल्डलाइन ने बालिका की काउंसलिंग की. जिसके बाद उसको बाल कल्याण गृह भेज दिया गया है. वहीं बालिका के परिजनों से भी संपर्क किया गया है.
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हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली एक 13 साल की बालिका को उसके पिता ने डांट दिया था इसके बाद वो घर छोड़कर चली गई. सोमवार को यह बालिका दिल्ली से अलवर आने वाली रानीखेत ट्रेन अलवर स्टेशन पर पहुंची. कई घंटों तक बालिका लावारिस हालात में जंक्शन पर बैठी रही.
इस दौरान स्टेशन पर गश्त करने वाले आरपीएफ के सिपाहियों ने बालिका को देखा. उससे पूछताछ की और बालिका को अपने साथ आरपीएफ के सिपाही आरपीएफ थाने में लेकर आए. पूछताछ में बालिका ने अपना नाम पता और उम्र बताया. उसने कहा कि वो गुरुग्राम की रहने वाली है. पिता की डांट से गुस्सा होकर वो घर छोड़कर भागी थी.
आरपीएफ ने बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है. चाइल्डलाइन की तरफ से भी बच्ची की काउंसलिंग की गई. उसके परिजनों के नंबर और उनकी जानकारी जुटाई गई. चाइल्डलाइन ने बच्ची की काउंसलिंग के बाद उसके परिजनों से संपर्क किया है और उनको बालिका की जानकारी दी गई है.
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बच्ची की कोरोना जांच कराई गई और उसके बाद बाल कल्याण समिति भेज दिया गया है. चाइल्डलाइन के पदाधिकारियों ने बताया कि जब तक उसके परिजन नहीं आते उसको रहने की व्यवस्था की गई है. साथ ही बालिका की जानकारी प्रशासन को भी दे दी गई है.