अलवर. जिले में कोरोना का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. देखा जाए तो अलवर कोरोना का सेंटर बन चुका है. प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी अलवर में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में तेजी से नए पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं.
मंगलवार को अलवर में 152 नए मामले सामने आए. जबकि बुधवार सुबह तक अलवर में 81 नए मामले रिपोर्ट हुए है. इसमें भिवाड़ी में 30, तिजारा में 19, किशनगढ़बास में 13, रामगढ़ में आठ, मालाखेड़ा में पांच, कोटकासिम में 3, बहरोड में 2 और रैणी में एक मामला दर्ज किया गया. जिले में 15 दिनों में 8 प्रतिशत की दर से कोरोना संक्रमण फैला.
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सबसे ज्यादा संक्रमण अलवर के किशनगढ़बास क्षेत्र में दर्ज किया गया. किशनगढ़बास क्षेत्र में 17 फीसदी संक्रमण दर्ज किया गया है. शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी अब हालात खराब होने लगे हैं. ऐसे में प्रशासन की तरफ से भी ग्रामीण क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है.
अगस्त के 15 दिनों के आंकड़ों में जिले में 8.2 की दर से कोरोना फैला है. जबकि 13 दिन का संक्रमण दर 7.3 फीसदी रहा. यानी कोरोना वायरस घटने के बजाय बढ़ा है. संक्रमण के सर्वाधिक 17 फीसदी किशनगढ़बास में दर्ज किया गया है.
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जानकारी के अनुसार भिवाड़ी और नीमराणा की फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारी लगातार संक्रमित मिल रहे हैं. प्रशासन की तरफ से फैक्ट्री संचालकों को नई गाइडलाइन जारी करते हुए सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. अलवर शहर में लगातार कम्युनिटी स्प्रेड का भी खतरा बढ़ रहा है. प्रशासन और पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं.