अलवर. शहर में नई पानी की लाइन डालने और नई बनी पानी की टंकी को जोड़ने का काम भी अब तक अधूरा है. अभी तक 1,500 से अधिक फाइल पेंडिंग पड़ी हुई हैं. ऐसे में बिना पानी कनेक्शन के लोगों को आसपास के क्षेत्र से पानी भरकर लाना पड़ रहा है.
अमृत योजना के तहत शहर की 32 कृषि कॉलोनियों में पाइप लाइन डाली गई. नई पानी की टंकी बनाई गई और पंप हाउस बनाए गए. क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए 36 शहरी ट्यूबवेल खोदे गए. लेकिन उसके बाद भी कृषि कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. दरअसल, इस योजना के तहत कृषि कॉलोनियों में डाली गई पाइप लाइन का मिलान अब तक नहीं हुआ है. इसके अलावा नई पानी की टंकी खाली खड़ी हुई है. पानी टंकियों को पाइप लाइन से नहीं जोड़ा गया है. इसके अलावा जगह-जगह पाइप लाइन भी टूटी हुई है, जिसके चलते दिन भर पानी बहता है और आम लोगों को समय पर पानी नहीं मिल पाता है.
जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 1,500 से अधिक लोगों ने कनेक्शन के लिए फाइल लगा रखी है. जबकि वार्ड नंबर- 56 और 57 में 800 घरों में कनेक्शन के लिए डिमांड नोटिस भी जमा कराए जा चुके हैं. लेकिन उसके बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. वार्ड नंबर- 56 के लोगों ने कहा कि जलदाय विभाग में 700 से अधिक फाइल लगी हुई है. इनमें से 350 से अधिक डिमांड नोटिस भी जमा हो चुके हैं.
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इसी तरह से वार्ड नंबर- 57 में 800 फाइल लगी हुई हैं. इनमें से 450 से अधिक की डिमांड नोटिस जारी हो चुके हैं. वहीं 51 करोड़ की योजना में अभी ठेका कंपनी को 24 करोड़ की राशि दी जाना बाकी है. इसके चलते काम खाता प्रभावित हो रहा है तो वहीं इसका नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है. पानी कनेक्शन के लिए लोगों को जलदाय विभाग के कार्यालय में चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. सरकार की तरफ से जिस योजना पर 90 करोड़ खर्च हुआ, करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी आज लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है.