अजमेर. शहर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Womens Day ) पर महिला उत्थान मंडल की ओर से रैली निकालकर आसाराम (Women took out a rally in Ajmer for the release of Asaram) की रिहाई की मांग की गई है. आसाराम के समर्थन में रैली के रूप में महिलाएं जिला मुख्यालय पहुंची, जहां उन्होंने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर आसाराम पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें रिहा करने की मांग की है.
महिला दिवस के मौके पर आसाराम के समर्थन में अजमेर में महिला उत्थान मंडल की ओर से रैली का आयोजन किया गया. रैली कवंडसपुरा होते हुए जिला मुख्यालय पहुंची. जहां महिला प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. महिला उत्थान मंडल की पदाधिकारी दीपा मिरचंदानी ने बताया कि रैली में शामिल सभी महिलाएं आसाराम की रिहाई की मांग करने के लिए यहां तक आई हैं. उन्होंने बताया कि आसाराम को कई वर्षों से जेल में रखा गया है. जबकि उनके खिलाफ कोई सबूत भी नहीं है. आसाराम को अभी तक न्याय नहीं मिला है.
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उन्होंने कहा कि आसाराम ने इतने सामाजिक कार्य किए हैं, उन्हें नजरअंदाज करके उन्हें जेल में रखा गया है. उन्होंने कहा कि आसाराम पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं. रैली में शामिल खुशबू ने बताया कि आसाराम को पिछले 8 साल से जेल में रखा हुआ है. हम सभी का विश्वास है कि आसाराम निर्दोष हैं. उन्होंने कहा कि आसाराम की ओर से कई सेवा कार्य चलाए गए हैं, जिसमें महिलाओं के लिए महिला उत्थान मंडल, युवतियों के लिए तेजस्विनी अभियान, युवा सेवा संघ, बच्चों के लिए बाल संस्कार केंद्र एवं दरिद्र नारायण के लिए अन्न वितरित किया जाता है. यदि किसी को शंका है तो वह आश्रम में आकर देख सकते हैं कि आसाराम की ओर से किस तरह के सेवा कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नारी को नारायणी बनने का मार्ग आसाराम ने दिखाया है. उन्होंने कहा कि उनकी जगह कोई नेता अभिनेता होता तो अब तक केस रफा-दफा हो जाता.
जोधपुर में भी निकाली रैलीः जोधपुर के केंद्रीय कारागृह में नाबालिग के साथ यौन शोषण के आरोप में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे आसाराम के समर्थन में उसकी महिला अनुयायियों ने रैली निकाली. योग वेदांत सेवा समिति व महिला उत्थान मंडल जोधपुर की ओर से विश्व महिला दिवस पर निकाली गई रैली को नाम दिया गया संस्कृति रक्षा यात्रा. जिसमे सैंकड़ों महिलाओं ने आसाराम के समर्थन में आवाज बुलंद करते हुए नारेबाजी की. महिलाओ ने हाथों में तख्तियां ले रखी थी. यह रैली सिंधी धर्मशाला रातानाडा से प्रारंभ होकर नई सड़क चौराहा, पावटा सर्कल से होती हुई महामंदिर चौराहा पर समाप्त हुई. महिला उत्थान मंडल की प्रवक्ता आशु ने बताया कि पॉक्सो एक्ट का दुरुपयोग करके आसाराम को झूठे केस में फंसाया गया है. बता दें कि आसाराम को वर्ष 2013 में यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लंबी सुनवाई के बाद अदालत ने आसाराम को उसके प्राकृतिक जीवन तक आजीवन कारावास की सजा सुनाई. आसाराम की और से जमानत प्राप्त करने के लिए कई प्रार्थना पत्र अदालत में दायर कर किए गए है लेकिन उसे एक बार भी राहत नहीं मिली है.