अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) और बीकानेर शिक्षा निदेशालय (Bikaner Directorate of Education) को लेकर सियासी तनातनी का दौर चल रहा है. पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी का कहना (vasudev devnani on RBSE Ajmer) है कि बीकानेर निदेशालय के लिए बीकानेर में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शाखा शुरू करने की मंशा की जा रही है.
देवनानी ने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि अजमेर में बीकानेर शिक्षा निदेशालय की शाखा (Devnani on Bikaner Directorate of Education) खोली जाती. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर को खैरात में नही मिला है. राजस्थान में विलय से पूर्व अजमेर एक स्टेट था. अजमेर को राजधानी नहीं बनाने पर सशर्त राव कमीशन की सिफारिश पर केंद्र और राज्य स्तर के कई बड़े महकमे अजमेर को मिले थे, उनमें से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी है.
बोर्ड पर अजमेर का हक..
आरबीएसई अजमेर मामले (RBSE AJMER CASE) में देवनानी ने कहा कि बोर्ड पर अजमेर का हक है. विखंडन को लेकर बोर्ड के कर्मचारी भी विरोध में हैं. बोर्ड अध्यक्ष ने अपने मंत्री को खुश करने के लिए इस तरह की कार्य योजना बनाई है. यह साफ हो गया है कि बीकानेर में ऑफिस की क्या जरूरत है. बीकानेर में पहले से ही शिक्षा निदेशालय है. राज्य सरकार को लगता है कि बोर्ड के विखंडन से अजमेर के साथ अन्याय हो रहा है, तो बीकानेर निदेशालय का एक दफ्तर अजमेर में खोले, तब समझ में आता कि अजमेर के साथ न्याय हो रहा है.
बोर्ड अध्यक्ष पर निशाना
देवनानी ने बोर्ड अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बोर्ड अध्यक्ष कई मुद्दों को लेकर भ्रम फैलाते रहे हैं ताकि असमंजस बना रहे और वह अपने उद्देश्य की पूर्ति कर सकें. देवनानी ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष विधिवत घोषणा करें कि बीकानेर में भवन नहीं बनेगा. तब तो बात समझ आती है, वरना यही माना जाएगा बीकानेर में बोर्ड का दफ्तर खोलने की योजना है. उन्होंने कहा कि विखंडन का मतलब यह होता है कि बोर्ड की कई शाखाएं अन्य शहरों में खोली जाएं.
देवनानी ने कहा कि आजकल सभी सुविधाएं ऑनलाइन होने लगी हैं, विद्यार्थियों का भी विखंडन से कोई भला नहीं होने वाला है. देवनानी ने कहा कि बोर्ड का विखंडन बर्दाश्त नहीं होगा. इसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे और सड़क से सदन तक आवाज उठाएंगे.