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RBSE AJMER CASE : खैरात में नहीं मिली है संस्था, यह अजमेर का हक - वासुदेव देवनानी - वासुदेव देवनानी बयान

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) के विखंडन को लेकर पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा (vasudev devnani on RBSE Ajmer) है कि बीकानेर में बोर्ड की ओर से निशुल्क जमीन आवंटन करवाकर करोड़ों के भवन निर्माण की मंशा से साफ है कि शिक्षा निदेशालय बीकानेर में है तो बोर्ड का एक सेक्शन वहां खोला जाए. जबकि होना ये चाहिए था कि बीकानेर शिक्षा निदेशालय की एक शाखा राज्य सरकार को अजमेर में खोलनी चाहिए थी.

RBSE AJMER CASE
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Published : Jan 14, 2022, 5:35 PM IST

Updated : Jan 14, 2022, 7:02 PM IST

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) और बीकानेर शिक्षा निदेशालय (Bikaner Directorate of Education) को लेकर सियासी तनातनी का दौर चल रहा है. पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी का कहना (vasudev devnani on RBSE Ajmer) है कि बीकानेर निदेशालय के लिए बीकानेर में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शाखा शुरू करने की मंशा की जा रही है.

देवनानी ने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि अजमेर में बीकानेर शिक्षा निदेशालय की शाखा (Devnani on Bikaner Directorate of Education) खोली जाती. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर को खैरात में नही मिला है. राजस्थान में विलय से पूर्व अजमेर एक स्टेट था. अजमेर को राजधानी नहीं बनाने पर सशर्त राव कमीशन की सिफारिश पर केंद्र और राज्य स्तर के कई बड़े महकमे अजमेर को मिले थे, उनमें से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी है.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को लेकर देवनानी का फिर हमला

बोर्ड पर अजमेर का हक..

आरबीएसई अजमेर मामले (RBSE AJMER CASE) में देवनानी ने कहा कि बोर्ड पर अजमेर का हक है. विखंडन को लेकर बोर्ड के कर्मचारी भी विरोध में हैं. बोर्ड अध्यक्ष ने अपने मंत्री को खुश करने के लिए इस तरह की कार्य योजना बनाई है. यह साफ हो गया है कि बीकानेर में ऑफिस की क्या जरूरत है. बीकानेर में पहले से ही शिक्षा निदेशालय है. राज्य सरकार को लगता है कि बोर्ड के विखंडन से अजमेर के साथ अन्याय हो रहा है, तो बीकानेर निदेशालय का एक दफ्तर अजमेर में खोले, तब समझ में आता कि अजमेर के साथ न्याय हो रहा है.

पढ़ें- RPSC स्थापना दिवस : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- लोक सेवा आयोग जैसी संस्थाएं नेहरू की थी सोच..

बोर्ड अध्यक्ष पर निशाना

देवनानी ने बोर्ड अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बोर्ड अध्यक्ष कई मुद्दों को लेकर भ्रम फैलाते रहे हैं ताकि असमंजस बना रहे और वह अपने उद्देश्य की पूर्ति कर सकें. देवनानी ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष विधिवत घोषणा करें कि बीकानेर में भवन नहीं बनेगा. तब तो बात समझ आती है, वरना यही माना जाएगा बीकानेर में बोर्ड का दफ्तर खोलने की योजना है. उन्होंने कहा कि विखंडन का मतलब यह होता है कि बोर्ड की कई शाखाएं अन्य शहरों में खोली जाएं.

देवनानी ने कहा कि आजकल सभी सुविधाएं ऑनलाइन होने लगी हैं, विद्यार्थियों का भी विखंडन से कोई भला नहीं होने वाला है. देवनानी ने कहा कि बोर्ड का विखंडन बर्दाश्त नहीं होगा. इसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे और सड़क से सदन तक आवाज उठाएंगे.

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) और बीकानेर शिक्षा निदेशालय (Bikaner Directorate of Education) को लेकर सियासी तनातनी का दौर चल रहा है. पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी का कहना (vasudev devnani on RBSE Ajmer) है कि बीकानेर निदेशालय के लिए बीकानेर में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शाखा शुरू करने की मंशा की जा रही है.

देवनानी ने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि अजमेर में बीकानेर शिक्षा निदेशालय की शाखा (Devnani on Bikaner Directorate of Education) खोली जाती. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर को खैरात में नही मिला है. राजस्थान में विलय से पूर्व अजमेर एक स्टेट था. अजमेर को राजधानी नहीं बनाने पर सशर्त राव कमीशन की सिफारिश पर केंद्र और राज्य स्तर के कई बड़े महकमे अजमेर को मिले थे, उनमें से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी है.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को लेकर देवनानी का फिर हमला

बोर्ड पर अजमेर का हक..

आरबीएसई अजमेर मामले (RBSE AJMER CASE) में देवनानी ने कहा कि बोर्ड पर अजमेर का हक है. विखंडन को लेकर बोर्ड के कर्मचारी भी विरोध में हैं. बोर्ड अध्यक्ष ने अपने मंत्री को खुश करने के लिए इस तरह की कार्य योजना बनाई है. यह साफ हो गया है कि बीकानेर में ऑफिस की क्या जरूरत है. बीकानेर में पहले से ही शिक्षा निदेशालय है. राज्य सरकार को लगता है कि बोर्ड के विखंडन से अजमेर के साथ अन्याय हो रहा है, तो बीकानेर निदेशालय का एक दफ्तर अजमेर में खोले, तब समझ में आता कि अजमेर के साथ न्याय हो रहा है.

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बोर्ड अध्यक्ष पर निशाना

देवनानी ने बोर्ड अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बोर्ड अध्यक्ष कई मुद्दों को लेकर भ्रम फैलाते रहे हैं ताकि असमंजस बना रहे और वह अपने उद्देश्य की पूर्ति कर सकें. देवनानी ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष विधिवत घोषणा करें कि बीकानेर में भवन नहीं बनेगा. तब तो बात समझ आती है, वरना यही माना जाएगा बीकानेर में बोर्ड का दफ्तर खोलने की योजना है. उन्होंने कहा कि विखंडन का मतलब यह होता है कि बोर्ड की कई शाखाएं अन्य शहरों में खोली जाएं.

देवनानी ने कहा कि आजकल सभी सुविधाएं ऑनलाइन होने लगी हैं, विद्यार्थियों का भी विखंडन से कोई भला नहीं होने वाला है. देवनानी ने कहा कि बोर्ड का विखंडन बर्दाश्त नहीं होगा. इसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे और सड़क से सदन तक आवाज उठाएंगे.

Last Updated : Jan 14, 2022, 7:02 PM IST
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