अजमेर. राजस्थान सरकार ने पूरे प्रदेश में 2 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है, अभी सिर्फ उन जिलों को अनलॉक किया जाएगा. जहां संक्रमण की दर 10 फीसदी से नीचे जा चुकी है और अस्पतालों में 60 फीसदी से ज्यादा बेड खाली पड़े हैं. अजमेर भी अनलॉक के लिए चुने गए जिलों में से एक है.
दूसरी ओर जहां व्यापारी वर्ग अनलॉक की घोषणा से खुश हैं तो वहीं आम जनता में अभी भी कोरोना संक्रमण का डर बना हुआ है. पूरे मामले में अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने बताया कि पूरा देश जानता है कि राजस्थान सरकार कोरोना के आंकड़े किस तरह छुपा रही है.
सरकार ने संक्रमित लोगों के आंकड़ों से लेकर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े भी छिपाए हैं, जो सरकार की लापरवाही और नाकामी को प्रदर्शित करता है. देवनानी ने आगे कहा कि अनलॉक एक आवश्यक प्रक्रिया है, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से डगमगा चुकी है. इसीलिए अनलॉक की प्रक्रिया अपनाना बेहद जरूरी है. इस अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान आम जनता को खुद भी हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
अजमेर पुलिस 2 महीने में काटे 1.49 करोड़ रुपए के चालान, जानें कहां से कितना वसूला जुर्माना
जन अनुशासन पखवाड़ा में अजमेर पुलिस ने करोड़ों रुपए का जुर्माना वसूला है. 30 मई तक पूरे शहर में महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए 61 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया है. वहीं मोटर वाहन अधिनियम के तहत 88 लाख 24 हजार रुपए के चालान काटे गए हैं.