अजमेर. सिविल सेवा मेंस परीक्षा 2021 के परीक्षा परिणाम में अजमेर के डॉ प्रवीण चारण ने 141 वी रैंक हासिल (UPSC Ranker Pravin Charan from Ajmer) की है. यूपीएससी में अपनी काबिलियत का लोहा मनाने के बाद मंगलवार देर शाम जब जयपुर से अजमेर पहुंचे तो परिजनों, रिश्तेदारों और परिचितों का तांता लग गया. बधाई देने वाले अपेक्षा से कहीं ज्यादा थे. अजमेर के पंचशील स्थित आवास में लोगों का जमावड़ा लग गया था.
अजमेर में पले बढ़े डॉ चारण: डॉ चारण का जन्म अजमेर में हुआ था. मूलतः उनका परिवार जोधपुर के जाली वाड़ा गांव से है. डॉ प्रवीण चारण केंद्र सरकार की गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में जयपुर में अधिकारी हैं. 2017 में उदयपुर आरएनटी मेडिकल कॉलेज से उन्होंने एमबीबीएस किया (Ajmer Doctor Secures AIR 141) था. इससे पहले नौवीं से बारहवीं तक अजमेर डीएवी स्कूल में पढ़ाई की थी. डॉ प्रवीण चारण के पिता कल्याण सिंह चारण शिक्षक हैं और उनकी माता राज कंवर गृहणी हैं. डॉ प्रवीण चारण ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने जीजा संदीप चारण को दिया है.
और यूं लिया फैसला: बातचीत में डॉ प्रवीण चारण ने बताया कि एमबीबीएस के बाद केंद्र सरकार की गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में अधिकारी पद पर नौकरी कर रहे थे. कई मरीजों की गरीबी और अशिक्षा को उन्होंने करीब से देखा. तभी उन्होंने मन बना लिया की उन्हें प्रशासनिक अधिकारी बन कर गरीब और अशिक्षित लोगों की सहायता करनी है. उन्होंने बताया कि नौकरी के बाद 8 घंटे नियमित रूप से उन्होंने कड़ी मेहनत की, लेकिन चार बार वह सफलता से चूक गए. इनमें 3 बार तो वह इंटरव्यू तक पहुंच गए थे. पांचवी बार में उन्होंने 141 वा रैंक हासिल कर साबित कर दिया कि हार के डर से रुकने वालों को मंजिल नही मिलती. बार बार सच्ची लगन से किया गया प्रयास विफल नही होता.
ऐसे किया लक्ष्य हासिल: डॉ प्रवीण चारण बताते है कि UPSC की तैयारी के लिए उन्होंने स्ट्रेटजी बनाई (Tips For UPSC) थी. मिनिमम रिसोर्स और मल्टीपल रिवीजन की रणनीति ने लक्ष्य हासिल करने में मदद की. अच्छी रैंकिंग के बाद डॉ प्रदीप चारण ने भारतीय प्रशासनिक सेवा को चुना है.