अजमेर. केंद्र सरकार बजट पेश करनी वाली है. बजट को लेकर हर वर्ग को काफी उम्मीदें रहती हैं. इनमें युवा वर्ग विशेषकर शिक्षा और रोजगार को लेकर उम्मीद लगाए बैठाए हैं. अजमेर की युवाओं की माने तो अजमेर की पहचान कभी शिक्षा नगरी के रूप में थी, वह अजमेर को पुनः मिलनी चाहिए. इसके अलावा रोजगार को लेकर नए आयाम भी स्थापित हो, जिससे युवा बेरोजगारों को अन्य राज्यों में रोजगार के लिए कूच नहीं करना पड़े.
केंद्र सरकार के बजट 2021-22 को लेकर काफी उम्मीदें हैं. युवा चाहते है कि शिक्षा के क्षेत्र में अजमेर को पुनः शिक्षा नगरी की पहचान मिले. अजमेर को आईटी हब के रूप में विकसित किया जाए. स्थानीय युवा रचित कच्छावा का कहना है कि अजमेर में रेलवे कारखानों में कभी युवाओं को रोजगार मिलता था, लेकिन रेलवे कारखानों का विखण्डन कर दिया गया है, जिस कारण रोजगार के अवसर खत्म हो गए हैं. उनका कहना है कि रेलवे ऐसा क्षेत्र था, जो सबसे ज्यादा रोजगार उपलब्ध करवाता था.
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उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार में अजमेर लोकसभा से कांग्रेस के सांसद रहे सचिन पायलट ने अजमेर में आईटी हब का वादा किया था, लेकिन वह उसे पूरा नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि बजट से उम्मीद है कि अजमेर को युवाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़ी सौगात मिलेगी. स्थानीय युवा विकास गौरा का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार को अधिक बजट देना चाहिए. साथ ही बढ़ती हुई बेरोजगारी की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए सरकार को ऐसे उद्योग स्थापित करने चाहिए जिन में अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके.
स्थानीय युवा शिवराज ने बताया कि केंद्र सरकार के बजट से युवाओं को काफी उम्मीदें हैं. कभी शिक्षा नगरी के रूप में अजमेर की पहचान थी, वह पहचान अजमेर को वापस मिलेगी. यहां तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी खुलनी चाहिए. स्थानीय युवा पूसाराम ने बताया कि केंद्र सरकार के बजट ऐसा हो, जिसमें युवाओं को रोजगार देने के लिए बड़ी औद्योगिक इकाइयां राजस्थान में स्थापित की जाए. उन्होंने बताया कि राजस्थान में औद्योगिक इकाइयां कम होने की वजह से युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता है.
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बता दें कि अजमेर संभागीय मुख्यालय है. यहां नागौर, भीलवाड़ा, टोंक से भी बड़ी संख्या में युवा शिक्षा के लिए कॉलेज यूनिवर्सिटी में आते हैं. युवाओं को शिक्षा और रोजगार के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़े. ज्यादातर युवा चाहते हैं कि उनके क्षेत्र में ही तकनीकी शिक्षा और आईटी जैसे बड़े शिक्षण संस्थान स्थापित हो. साथ ही ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने वाले बड़े उद्योग स्थापित किए जाए, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिले.