अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 808वां उर्स मेला जारी है. ख्वाजा के दर हर तबके के लोग अपने अकीदत का नजराना पेश करने के लिए आ रहे हैं. इनमें देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में किन्नर भी आए हुए हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को दिल्ली के नोयडा से आया एक किन्नर धान मंडी से दरगाह तक घुटने के बल चलकर पहुंचा. यहां उसने ख्वाजा गरीब नवाज से देश में सभी धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा कायम रहने की दुआ मांगी.
दिल्ली के नोयडा से आया किन्नरों का दल धान मंडी से जुलूस के रूप में दरगाह पहुंचा. इनमें एक किन्नर घुटनों के बल चलता हुआ ख्वाजा गरीब नवाज के दर पहुंचा. यूं तो ख्वाजा के दर आने वाला हर शख्स अपने और अपने परिवार की खुशहाली की दुआ करता है. लेकिन घुटनों के बल चलकर दरगाह की चौखट तक आया किन्नर, पहले तो खूब रोया फिर घुटनों के बल चलकर ही अस्ताने शरीफ पहुंचा.
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उसके साथ बड़ी संख्या में किन्नर भी थे. जो अपने सिर पर चांदी के कलश और मुकुट लेकर दरगाह पहुंचे. घुटनों के बल चलकर दरगाह में आया हाजी बॉबी नाम का किन्नर परिसर में मौजूद जायरीन के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया. बॉबी ने बताया कि पिछले कुछ माह से देश में जो हो रहा है, उससे वह आहत है. उसने कहा कि देश में हिन्दू मुसलमान सब प्यार से रहे, देश में अमनचैन खुशहाली आए, यही दुआ मांगने वो दरगाह आया है.
उसने आगे कहा कि किन्नर समाज हिन्दू-मुस्लिम सभी का दिया खाता है. उनमें किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं है. उसने बताया कि उसके साथ गुरु भाई और चेले भी दरगाह में हाजरी लगाने और देश में शांति कायम रहने की दुआ मांगने आए हैं.