अजमेर. सरस डेयरी अजमेर ने विकास के नए आयाम स्थापित करते हुए 30 एमटी की क्षमता के बने अत्याधुनिक मिल्क पाउडर प्लांट का सोमवार को परीक्षण किया. डेयरी परिसर में 30 एमटी की क्षमता का अत्याधुनिक प्लांट बनकर तैयार हो गया है. सोमवार को विधिवत पूजा अर्चना के साथ सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी की उपस्थिति में नए प्लांट का एक लाख लीटर दूध के साथ सफलतम परीक्षण किया गया.
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अब 8 घंटे के प्रोसेसज में 10 एमटी पाउडर बनकर तैयार होगा. प्लांट के परीक्षण के बाद डेयरी में रामचंद्र चौधरी की अध्यक्षता में संचालन मंडल की बैठक भी हुई. पत्रकारों से बात करते हुए सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने बताया कि दूध से बने उत्पादों के लिए कई तरह के अत्याधुनिक प्लांटों का परीक्षण पहले भी किया जा चुका है. चौधरी ने दावा किया है कि अजमेर सरस डेयरी में दूध से बने उत्पाद की क्वालिटी अन्य कंपनियों के उत्पादों से बेहतर होगी.
उन्होंने कहा कि यह दुग्ध उत्पादकों के लिए भी खुशखबरी है कि पहले जिले भर में 4 लाख लीटर दूध से ज्यादा की खरीद डेयरी नहीं कर पाती थी. लेकिन अब 17 लाख लीटर तक दूध की खरीद हो पाएगी. जिससे जिले के पशुपालकों को फायदा होगा. सरस डेयरी में लगे प्लांट पशुपालकों के लिए 50 वर्ष तक के लिए आजीविका का साधन बना रहेगा. उन्होंने बताया कि प्लांट को बनाने में लगे 140 करोड़ रुपए का योगदान पशुपालकों ने दिया है. जिसमें से 164 करोड़ रुपए भारत सरकार से ऋण लिया गया है.
सेना के केंद्रों पर भी पहुंचाए जाएंगे डेयरी के उत्पाद
चौधरी ने बताया कि उत्तर भारत में गुजरात के बनासकांठा के बाद दूसरे नंबर पर सबसे बड़ी अजमेर डेयरी है. अजमेर सरस डेयरी राजस्थान में भारतीय सेना के जितने भी केंद्र हैं, उन सभी पर अजमेर सरस डेयरी के उत्पाद दिए जाने का प्रयास किया जाएगा. खाद्य पदार्थों और रेस्टोरेंट होटल मालिकों से भी आग्रह किया है कि वह अजमेर सरस डेयरी के प्रोडक्ट खरीदें.