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महिला सहकर्मी से मारपीट का मामलाः अस्पताल प्रशासन ने पुलिस में नहीं शिकायत, स्टाफ कर्मियों ने जताया रोष

जिले के ब्यावर में राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड विंग के गायनिक वार्ड में शनिवार को डयूटी पर तैनात महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मंजू गुप्ता के साथ रोगी परिजनों की ओर से मारपीट की गई थी. वहीं प्रकरण में अब तक पुलिस में शिकायत नहीं देने पर अस्पताल के कर्मचारियों ने आक्रोश जताया है.

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Published : Aug 29, 2019, 7:09 PM IST

ब्यावर (अजमेर). जिले के ब्यावर में कुछ दिनों पहले प्रसव के दौरान बच्चे की मौत वाले मामले ने तूल पकड़ लिया है. बच्चे की मौत के बाद राजकीय अमृतकौर चिक्त्सिालय में नर्सिंग स्टाफ के साथ हुई धक्का-मुक्की के बाद स्टाफ ने कार्रवाई की मांग की है. इतने दिनों बाद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से पुलिस को परिजनों की शिकायत नहीं देने पर स्टाफ में आक्रोश है और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.

राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के कर्मचारियों ने जताया आक्रोश

बता दें कि 24 अगस्त को राजकीय अमृतकौर चिक्त्सिालय के लेबर रूम में शाम के समय डयुटी पर तैनात मंजू गुप्ता ने एक गर्भवती महिला का प्रसव करवाया था. प्रसव के दौरान गर्भवती ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया था. इस बात की जानकारी परिजनों के मिलने के बाद गर्भवती महिला के परिजनों ने मारपीट, छीना-झपटी और धक्का-मुक्की किया, जिस पर मंजू गुप्ता ने परिजनों पर कार्रवाई की मांग की है.

पढे़ं- खेल दिवसः राजस्थान यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा मंत्री भटी ने टेबल टेनिस खेल किया प्रतियागिता का शुभारंभ

जानकारी के अनुसार गुरुवार को एकत्रित हुए सभी कर्मचारियों ने राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के पीएमओ डॉ मुकुल राजवंशी से मुलाकात की. कर्मचारियों ने इस बात पर आक्रोश जताया कि घटना के बाद कर्मचारियों की ओर से मांग किए जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ अस्पताल प्रशासन की ओर से पुलिस में किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं दी गई है. कर्मचारियों ने कहा कि इसी कारण इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं.

कर्मचारियों के आक्रोश तथा विरोध को ध्यान में रखते हुए पीएमओ ने कर्मचारियों को समझाया कि अभी तक पीड़ित की ओर से किसी भी प्रकार की शिकायत अस्पताल प्रशासन को नहीं दी गई है तो फिर पुलिस में किस आधार पर शिकायत दी जाएगी. वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दिलीप चौधरी ने कर्मचारियों को समझाते हुए कहा कि जब अस्पताल प्रशासन को शिकायत दी जाएगी उसी शिकायत को आगे बढ़ाया जाएगा. इस पर पीएमओ कक्ष में उपस्थित कर्मचारियों की मौजूदगी में पीड़िता मंजू गुप्ता की ओर से अस्पताल प्रशासन को लिखित में शिकायत दी गई. पीड़िता की शिकायत पर अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दिया है. इस दौरान महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मंजू गुप्ता, नरेन्द्र शर्मा, हनुमान नामा, राकेश पाराशर, खेमराज तथा सोफिया आदि कर्मचारी शामिल थे.

ब्यावर (अजमेर). जिले के ब्यावर में कुछ दिनों पहले प्रसव के दौरान बच्चे की मौत वाले मामले ने तूल पकड़ लिया है. बच्चे की मौत के बाद राजकीय अमृतकौर चिक्त्सिालय में नर्सिंग स्टाफ के साथ हुई धक्का-मुक्की के बाद स्टाफ ने कार्रवाई की मांग की है. इतने दिनों बाद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से पुलिस को परिजनों की शिकायत नहीं देने पर स्टाफ में आक्रोश है और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.

राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के कर्मचारियों ने जताया आक्रोश

बता दें कि 24 अगस्त को राजकीय अमृतकौर चिक्त्सिालय के लेबर रूम में शाम के समय डयुटी पर तैनात मंजू गुप्ता ने एक गर्भवती महिला का प्रसव करवाया था. प्रसव के दौरान गर्भवती ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया था. इस बात की जानकारी परिजनों के मिलने के बाद गर्भवती महिला के परिजनों ने मारपीट, छीना-झपटी और धक्का-मुक्की किया, जिस पर मंजू गुप्ता ने परिजनों पर कार्रवाई की मांग की है.

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जानकारी के अनुसार गुरुवार को एकत्रित हुए सभी कर्मचारियों ने राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के पीएमओ डॉ मुकुल राजवंशी से मुलाकात की. कर्मचारियों ने इस बात पर आक्रोश जताया कि घटना के बाद कर्मचारियों की ओर से मांग किए जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ अस्पताल प्रशासन की ओर से पुलिस में किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं दी गई है. कर्मचारियों ने कहा कि इसी कारण इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं.

कर्मचारियों के आक्रोश तथा विरोध को ध्यान में रखते हुए पीएमओ ने कर्मचारियों को समझाया कि अभी तक पीड़ित की ओर से किसी भी प्रकार की शिकायत अस्पताल प्रशासन को नहीं दी गई है तो फिर पुलिस में किस आधार पर शिकायत दी जाएगी. वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दिलीप चौधरी ने कर्मचारियों को समझाते हुए कहा कि जब अस्पताल प्रशासन को शिकायत दी जाएगी उसी शिकायत को आगे बढ़ाया जाएगा. इस पर पीएमओ कक्ष में उपस्थित कर्मचारियों की मौजूदगी में पीड़िता मंजू गुप्ता की ओर से अस्पताल प्रशासन को लिखित में शिकायत दी गई. पीड़िता की शिकायत पर अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दिया है. इस दौरान महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मंजू गुप्ता, नरेन्द्र शर्मा, हनुमान नामा, राकेश पाराशर, खेमराज तथा सोफिया आदि कर्मचारी शामिल थे.

Intro:ब्यावर एंकर- ब्यावर में गत दिनो पूर्व प्रसव के दौरान बच्चे की मौत मामले ने तूल पकड लिया है। बच्चे की मौत के बाद राजकीय अमृतकौर चिक्त्सिालय में नृसिंग स्टाफ के साथ हुई धक्का मुक्की के बाद स्टाफ ने कार्रवाई की मांग की है। इतने दिनो बाद भी अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को परिजनों की शिकायत नही देने पर स्टाफ ने आक्र्रोश प्रकट किया है और कार्रवाई की मांग की है।

वीओं - राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड विंग के गायनिक वार्ड में शनिवार को ड्यूटी पर तैनात महिला स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता मंजू गुप्ता के साथ रोगी परिजनों द्वारा मारपीट प्रकरण में अब तक पुलिस में शिकायत नहीं देने पर अस्पताल के कर्मचारियों ने आक्रोश जताया है। गुरुवार को एकत्रित हुए सभी कर्मचारियों ने राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. मुकुल राजवंशी से मुलाकात की तथा इस बात पर आक्रोश जताया कि घटना के बाद कर्मचारियों की और से मांग किए जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ अस्पताल प्रशासन की और से पुलिस में किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं दी गई है जिसके कारण इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों के हौंसले बुलंद हो रहे है तथा कर्मचारी अपने आप का असुरक्षित महसूस कर रहे है। कर्मचारियों के आक्रोश तथा विरोध के मध्यनजर रखते हुए पीएमओ उन्हें समझाया कि अब तक पीडित की और से किसी भी प्रकार की शिकायत अस्पताल प्रशासन को नहीं दी गई है तो फिर पुलिस में किस आधार पर शिकायत दी जाएगी। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिलीप चैधरी ने कर्मचारियों को समझाते हुए कहा कि जब अस्पताल प्रशासन को शिकायत दी जाएगी उसी शिकायत को तो आगे के लिए फोरवर्ड किया जाएगा। इस पर पीएमओ कक्ष में उपस्थित कर्मचारियों की मौजूदगी में पीडिता मंजू गुप्ता की और से अस्पताल प्रशासन को लिखित में शिकायत दी गई। पीडिता की शिकायत पर अस्पताल प्रशासन ने अमल शुरू कर दिया है।

बाइट-नरेन्द्र शर्मा,एकेएच नर्सिगकर्मी

इस दौरान महिला स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता मंजू गुप्ता, नरेन्द्र शर्मा, हनुमान नामा, राकेश पाराशर, खेमराज तथा सोफिया आदि कर्मचारी शामिल थे। मालूम हो कि 24 अगस्त को लेबर रूम में शाम के समय ड्यूटी पर तैनात श्रीमती मंजू गुप्ता ने एक गर्भवती महिला का प्रसव करवाया था। प्रसव के दौरान गर्भवती ने एक मृत बच्चें को जन्म दिया था। इस बात की जानकारी परिजनों के मिलने के बाद गर्भवती महिला के परिजनों ने मारपीट, छीना-झपटी व धक्का-मुक्की करते हुए लज्जा भंग करने का प्रयास किया। जिस पर मंजू गुप्ता ने परिजनों पर कार्रवाई की मांग की है।


स्लग-
पुलिस में शिकायत नहीं देने पर कर्मचारियों ने जताया आक्रोश
महिला स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता के साथ मारपीट का मामला
24 अगस्त को प्रसव के दौरान बच्चे की हुई थी मौतBody:कुलभूषण ब्यावरConclusion:
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