अजमेर. जिले में गत दिनों परिवादी व्यापारी को उसकी दुकान में घुसकर धमकाने वाले कुख्यात अपराधी संजय मीणा और उसके साथी दीनू अश्वनी का दूसरे दिन भी पता नहीं लग पाया है. इस घटना को संजय मीणा ने व्यापारी से न्यायालय में लंबित सिविल और फौजदारी मुकदमों में राजीनामा लेने के लिए अंजाम दिया.
गौरतलब है कि रावण की बगीची में संजय मीणा ने अपने साथी दीनू अश्विनी, नरेंद्र कुमार नीरज, जाटव प्रेम रावत, बलवंत भाटी और ओमप्रकाश के साथ हथियार सहित आत्माराम की दुकान में घुसकर उसे जमीनी विवाद मामले में राजीनामा लेने के लिए धमकाया था. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने वहां दबिश दी और चार बदमाशों को पकड़ लिया. जिनके पास से हथियार भी बरामद हुए थे. जबकि गैंग का सरगना संजय मीणा और दीनु अश्वनी मौका पाकर वहां से फरार होने में कामयाब रहे.
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हथियार हुए बरामद
पुलिस के अनुसार आरोपियों के कब्जे से 12 बोर डी.बी.एल गन, 24 कारतूस, एक पिस्टल, 10 राउंड कारतूस बरामद हुए. जबकि एस यू वी कार संख्या आरजे 01 यूपी 6555 को जब्त किया है. आरोपी इसी कार में सवार होकर व्यापारी को धमकाने आए थे.