अजमेर. रेलटेल कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड जल्द ही पीएम वाणी वाईफाई सेवा शुरू करने जा रहा है. इसके तहत आमजन को सस्ती दर पर इंटरनेट सुविधा मिलेगी. इसके अलावा देश के समस्त रेलवे स्टेशन के समीप गांवों में रेलटेल अपने इंटरनेट सेवा का प्रचार कर रहा है. यानी ग्रामीण क्षेत्रों में रेलटेल अन्य मोबाइल कंपनियों को चुनौती देगा. रेलटेल कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के सीएमडी पुनीत चावला ने यह जानकारी दी है. चावला मंगलवार को अजमेर दौरे पर थे.
रेलटेल के सीएमडी और अजमेर मंडल के पूर्व डीआरएम पुनीत चावला ने अजमेर रेलवे अस्पताल का भी दौरा किया. प्रेस वार्ता में रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी पुनीत चावला ने बताया कि रेलवे अस्पतालों को एक नेटवर्क से जोड़ा गया है ताकि मरीज देश में कहीं भी रेलवे अस्पताल में यदि इलाज करवाने जाता है तो उसका रिकॉर्ड चिकित्सक नेटवर्क के जरिए देख सकता है. इस क्रम में जयपुर में शुरुआत हो चुकी है, वहीं अजमेर में भी रेलवे अस्पताल को नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है. चावला ने बताया कि रेलटेल प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सार्वजनिक वाईफाई प्रदान कर स्टेशनों को डिजिटल हब में बदलने में अग्रणी है.
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वर्तमान में रेलटेल देश भर के 6 हजार 50 स्टेशनों पर रेल वायर के ब्रांड नाम के तहत सार्वजनिक वाईफाई प्रदान कर रहा है. एनडब्ल्यूआर में 419 स्टेशनों को रेलवायर वाईफाई के साथ सक्षम किया गया है जिनमें से 86 स्टेशन अजमेर मंडल के हैं. उन्होंने बताया कि रेलटेल ग्रामीण स्टेशनों पर 5000 रेलवे स्टेशनों के माध्यम से गांव को कनेक्टिविटी प्रदान करने पर भी काम कर रहा है. झारखंड राज्य के लगभग 32 हजार 620 गांवों और महाराष्ट्र राज्य के लगभग 43 हजार 665 गांव को जोड़ने और सेवाएं प्रदान करने के लिए दूरसंचार विभाग को एक स्थाई मॉडल के माध्यम से कमियों का उपयोग करके viability gap funding की ओर से समर्थित एक प्रस्ताव भी दिया गया है.
उन्होंने यह भी बताया कि रेलटेल की खुदरा ब्रॉडबैंड सेवा रेल वायर ने घर पर ब्रॉडबैंड उपलब्ध करवाने के लिए स्थानीय उद्यमियों को जोड़ा है. रेलवायर के वर्तमान में 4.2 लाख ग्राहक हैं और अप्रैल 2020 के अंत की तुलना में 18 महीनों में लगभग 4 गुना की वृद्धि हुई है. इंटरनेट बैंड विडथ की खपत 4.78 गुना बढ़ी है और एमपीएलएस बैंड विड्थ भी मार्च में 2020 में 1.9 गुना बढ़ गई है.
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कागज रहित हो रहा है काम
रेलटेल ने भारतीय रेलवे के लिए भी ऑफिस में योजना को क्रियान्वित किया है जो आईआर पर कागज रहित काम करने के युग की शुरुआत करने वाली है. रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने बताया कि यह स्कीम संकट के समय में वरदान साबित हुई है और रेलवे कर्मचारियों का एक हिस्सा घर से काम करने में सक्षम हुआ जो मैनुअल फाइलिंग सिस्टम के समय में असंभव होता है. मार्च 2020 के बाद से ही ई-ऑफिस में उपयोगकर्ता की संख्या दोगनी से अधिक लगभग 1.4 लॉक हो गई है और इस फाइल निर्माण में प्रतिशत वृद्धि 1219 प्रतिशत है.
देशभर में 5 हजार रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी लगाएगा रेलटेल
सीएमडी पुनीत चावला ने बताया कि देश भर में 5000 रेलवे स्टेशनों पर आईपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली भी प्रदान कर रहा है. उन्होंने बताया कि 290 स्टेशनों में काम पूरा कर लिया है. इनमें से 24 एनडब्ल्यूआर में है. इनमें से सात स्टेशन उदयपुर भीलवाड़ा, ब्यावर, रानी, फालना, आबूरोड और मारवाड़ जंक्शन है.