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अजमेर: जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर निकाला गया जुलूस, गैर-मुस्लिम लोगों ने भी किया स्वागत

हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के जश्न को मुस्लिम समुदाय ने धूमधाम से मनाया. मिलादुन्नबी के पर्व पर शहर में कई जगह जुलूस निकाला गया. जुलूस में सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर हिस्सा लिया.

अजमेर, Jashne Eid Miladunnabi
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Published : Nov 10, 2019, 6:07 PM IST

अजमेर: ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर में रविवार को पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के जश्न को मुस्लिम समुदाय ने धूमधाम से मनाया. जश्ने ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर शहर में जगह-जगह जुलूस निकाला गया. खास बत ये रही कि गैर- मुस्लिम लोगों ने भी जुलूस का स्वागत किया.

मुस्लिम समुदाए के साथ अन्य धर्मों के लोगों ने भी मानाया मिलादुन्नबी पर्व

इस मौके पर शहर के अंदर कोर्ट से एक विशाल जुलूस मुस्लिम समुदाय की ओर से निकाला गया. जुलूस में भाईचारा देखने को मिला. सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर हिस्सा लिया, जहां अजमेर के अलग-अलग हिस्सों से जुलूस को निकाला गया जिसका समापन सुभाष उद्यान में हुआ.

लोहाखान जामा मस्जिद से भी जुलूस रवाना हुआ. हाथों में मुस्लिम समुदाय के झंडे लेकर और गरीब नवाज के नारों के साथ इस जुलूस को निकाला गया. जहां जुलूस का जगह-जगह स्वागत हुआ. जामा मस्जिद के मौलवी ने बताया कि आज हजरत पैगंबर साहब का जन्म दिवस का मौका है, जिसे मुस्लिम समुदाय ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया.

पढ़ें: चक्रवात 'बुलबुल' के कारण पश्चिम बंगाल में भारी बारिश, एक की मौत

जुलूस में झांकिया बनीं आकर्षण का केन्द्र

आकर्षण का केंद्र मक्का और मदीने की झांकियां भी रहीं, जिसे 3 दिनों की मशक्कत के बाद अकीदतमंदों ने बनाया. जुलूस में बच्चे, बूढ़े और जवानों ने इस्लाम के पैगंबर की आमद में खुशियां मनाई. इसके अलावा 30 फुट ऊंचा इस्लामी झंडा भी जुलूस में देखा गया. साथ ही ऊंट, घोड़ों और कई वाहनों की लंबी लाइनें नजर आईं. जगह-जगह खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया और उन्हें तबर्रुक तकसीम किया गया.

अजमेर: ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर में रविवार को पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के जश्न को मुस्लिम समुदाय ने धूमधाम से मनाया. जश्ने ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर शहर में जगह-जगह जुलूस निकाला गया. खास बत ये रही कि गैर- मुस्लिम लोगों ने भी जुलूस का स्वागत किया.

मुस्लिम समुदाए के साथ अन्य धर्मों के लोगों ने भी मानाया मिलादुन्नबी पर्व

इस मौके पर शहर के अंदर कोर्ट से एक विशाल जुलूस मुस्लिम समुदाय की ओर से निकाला गया. जुलूस में भाईचारा देखने को मिला. सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर हिस्सा लिया, जहां अजमेर के अलग-अलग हिस्सों से जुलूस को निकाला गया जिसका समापन सुभाष उद्यान में हुआ.

लोहाखान जामा मस्जिद से भी जुलूस रवाना हुआ. हाथों में मुस्लिम समुदाय के झंडे लेकर और गरीब नवाज के नारों के साथ इस जुलूस को निकाला गया. जहां जुलूस का जगह-जगह स्वागत हुआ. जामा मस्जिद के मौलवी ने बताया कि आज हजरत पैगंबर साहब का जन्म दिवस का मौका है, जिसे मुस्लिम समुदाय ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया.

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जुलूस में झांकिया बनीं आकर्षण का केन्द्र

आकर्षण का केंद्र मक्का और मदीने की झांकियां भी रहीं, जिसे 3 दिनों की मशक्कत के बाद अकीदतमंदों ने बनाया. जुलूस में बच्चे, बूढ़े और जवानों ने इस्लाम के पैगंबर की आमद में खुशियां मनाई. इसके अलावा 30 फुट ऊंचा इस्लामी झंडा भी जुलूस में देखा गया. साथ ही ऊंट, घोड़ों और कई वाहनों की लंबी लाइनें नजर आईं. जगह-जगह खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया और उन्हें तबर्रुक तकसीम किया गया.

Intro:अजमेर/ जश्ने ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर शहर में जगह-जगह जुलूस निकाला गया और जुलूस का स्वागत भी किया गया ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर में आज पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के जश्न को बड़ी धूमधाम के साथ मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जा रहा है




इस खास मौके पर अजमेर के अंदर कोर्ट से एक विशाल जुलूस मुस्लिम समुदाय द्वारा निकाला गया जुलूस में खास बात यह रही कि सभी इसमें सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर हिस्सा लिया जहां अजमेर के अलग-अलग हिस्सों से जुलूस को निकाला गया जिसका समापन सुभाष उद्यान में हुआ




लोहाखान जामा मस्जिद से भी जुलूस रवाना हुआ हाथों में मुस्लिम समुदाय के झंडे लेकर वह गरीब नवाज के नारों के साथ में जुलूस को निकाला गया जहां जुलूस का जगह-जगह स्वागत हुआ और इसी के साथ जामा मस्जिद के मौलवी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज हजरत पैगंबर साहब का जन्म दिवस का मौका है जिसे मुस्लिम समुदाय द्वारा बड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है



जुलूस में मुख्यतः आकर्षण का केंद्र मक्का और मदीने की झांकियां भी रही जिसे 3 दिनों की मशक्कत के बाद अकीदत मंदो ने बनाया जुलूस में बच्चे बूढ़े और जवानों ने जमकर इस्लाम के पैगंबर की आमद में खुशियां मनाई इस जुलूस में 30 फुट ऊंचा इस्लामी झंडा भी सबसे आगे आगे देखा गया जुलूस में ऊंट घोड़ों और कई वाहनों की लंबी लाइनें नजर आई जगह-जगह तत्वों के खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया और उन्हें तबर्रुक तकसीम किया गया


बाईट-अंसार उल कादरी सुन्नी जामा मस्जिद


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