अजमेर: ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर में रविवार को पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश के जश्न को मुस्लिम समुदाय ने धूमधाम से मनाया. जश्ने ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर शहर में जगह-जगह जुलूस निकाला गया. खास बत ये रही कि गैर- मुस्लिम लोगों ने भी जुलूस का स्वागत किया.
इस मौके पर शहर के अंदर कोर्ट से एक विशाल जुलूस मुस्लिम समुदाय की ओर से निकाला गया. जुलूस में भाईचारा देखने को मिला. सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर हिस्सा लिया, जहां अजमेर के अलग-अलग हिस्सों से जुलूस को निकाला गया जिसका समापन सुभाष उद्यान में हुआ.
लोहाखान जामा मस्जिद से भी जुलूस रवाना हुआ. हाथों में मुस्लिम समुदाय के झंडे लेकर और गरीब नवाज के नारों के साथ इस जुलूस को निकाला गया. जहां जुलूस का जगह-जगह स्वागत हुआ. जामा मस्जिद के मौलवी ने बताया कि आज हजरत पैगंबर साहब का जन्म दिवस का मौका है, जिसे मुस्लिम समुदाय ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया.
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जुलूस में झांकिया बनीं आकर्षण का केन्द्र
आकर्षण का केंद्र मक्का और मदीने की झांकियां भी रहीं, जिसे 3 दिनों की मशक्कत के बाद अकीदतमंदों ने बनाया. जुलूस में बच्चे, बूढ़े और जवानों ने इस्लाम के पैगंबर की आमद में खुशियां मनाई. इसके अलावा 30 फुट ऊंचा इस्लामी झंडा भी जुलूस में देखा गया. साथ ही ऊंट, घोड़ों और कई वाहनों की लंबी लाइनें नजर आईं. जगह-जगह खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया और उन्हें तबर्रुक तकसीम किया गया.