अजमेर. सेंट्रल जेल में बंद 72 वर्षीय एक बुजुर्ग कैदी की सोमवार देर रात मौत हो गई. मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि उसके पिता को भूमाफियाओं ने जमीन विवाद के मामले में झूठा आरोप लगाकर जेल करा दी थी. जिसके बाद से पिता डिप्रेशन में थे.
मृतक गोपीराम के बेटे ने बताया कि भू माफिया गंगाराम, रमेश यादव, लादूराम, ममता देवाना और शिव कुमार ने उसके पिता को जमीनी विवाद के झूठे मुकदमे में गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था. इस बात से उसके पिता डिप्रेशन में आ गए और उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद पिता ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.
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कैदी के बेटे ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी मां भी काफी समय से बीमार है. वहीं उसके पिता जेल में बंद होने के बाद लगातार डिप्रेशन में चल रहे थे. भू माफियाओं ने जमीन के झूठे मामले में उन्हें फंसा कर जेल भिजवा दिया. जहां सोमवार देर रात कैदी की बैरक में मौत होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मृतक गोपीचंद के शव को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. जहां मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.