अजमेर. भैरूलाल गुर्जर हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. गेगल थाना प्रभारी नंदू सिंह ने बताया कि विगत 30 अगस्त को आखिरी गांव निवासी भैरूलाल गुर्जर पर रंजिश पूर्वक गांव के ही महेंद्र गुर्जर और देवराज गुर्जर ने लाठियों और रॉड से हमला कर दिया था. जिससे वह गंभीर रुप से जख्मी हो गया था. पीड़ित को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था.
आखिरी गांव निवासी परिवादी जगदीश की रिपोर्ट पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले में तकनीकी सहायता और मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर गुरुवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में अनुसंधान जारी है. शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सरगर्मी से तलाश जारी है.
डेढ़ वर्ष पूर्व जीप की टक्कर से बढ़ी रंजिश बनी हत्या की वजह...
जानकारी के मुताबिक डेढ़ वर्ष पहले मामले में परिवादी जगदीश गुट ने गांव के ही नंदाराम के पिता को जीप से टक्कर मार दी थी. तब से ही दोनों परिवारों में रंजिश और भी बढ़ गई. बदला लेने के लिए नंदाराम गुर्जर गुट के लोगों ने भैरूलाल को सबक सिखाने की साजिश रची थी.
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वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब भैरूलाल गुर्जर अकेला जीप में सवार होकर खेत पहुंचा. जहां पहले से ही मौजूद नंदाराम गुट के लोगों ने उस पर लाठियों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया. हमले में भैरूलाल गुर्जर के दोनों हाथ और पैरों में गंभीर चोट आई थी. 31 अगस्त को वारदात के बाद परिजनों ने भैरूलाल को अजमेर जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां रात्रि को उसने दम तोड़ दिया.