नसीराबाद (अजमेर). सदर थाना पुलिस ने 36 घंटे में देराठु गांव के पिंटू हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए 3 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर (Three murder accused arrested in Ajmer) लिया. इस मामले में मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर सैंकड़ों लोगों के साथ पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत जिला मुख्यालय पहुंचे.
सदर थाना पुलिस के अनुसार, मंगलवार को देराठु गांव निवासी रामराज सिंह ने सदर थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसके भाई पिंटू रावत की बेरहमी से हत्या की गई है. उसने बताया कि रात को पिंटू के मोबाइल पर फोन आया था. इसके बाद पिंटू घर से चला गया. आरोपियों ने पिंटू के मुंह में कपड़ा ठूस सरियों से पीटा. बाद में आरोपियों ने सरिया गर्म करके उसके शरीर को कई जगह से दागा. घायल अवस्था में पिंटू ने फोन किया था और अपनी लोकेशन बताते हुए कहा कि मुझे मार कर पटक दिया है, मुझे लेने जल्दी आओ.
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जब परिजन पिंटू को लेने पहुंचे, तब उसने चार आरोपियों के नाम बताए थे. घायल अवस्था में पिंटू को पहले नसीराबाद ले जाया गया. वहां से उसे अजमेर के लिए रेफर कर दिया गया. अजमेर पहुंचने पर जेएलएन अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने आरोपियों के संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी और तीन को गिरफ्तार कर लिया. तीन मुख्य आरोपियों में गिरधारी पुत्र श्रीकिशन, प्रधान पुत्र श्री किशन, सुरेंद्र पुत्र गिरधारी को गिरफ्तार किया गया है.
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मृतक के भाई ने पुलिस पर जातिवाद का भी आरोप लगाया है. आरोप है कि पुलिस आरोपी पक्ष को बचाने में लगी हुई है. समाज के लोगों के साथ पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट से मिले. एसपी ने बताया कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन चौथा आरोपी हनुमान पुलिस की गिरफ्त से दूर है. हालांकि एसपी ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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गुरुवार को मृतक के परिजन और ग्रामीण अजमेर जिला मुख्यालय पहुंचे. समाज के लोगों में शामिल पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत का आरोप है कि पुलिस हत्या के आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि मृतक पिंटू रावत घर में एक ही कमाने वाला था. लिहाजा पिंटू के आश्रितों को प्रशासन उचित मुआवजा दे, ताकि उसके पीछे जो परिवार बचा है उसका भरण पोषण हो सके.