अजमेर. शहर में पेट्रोल पंप डीलर के एसोसिएशन ने राज्य सरकार से पेट्रोल डीजल पर वेट कम करने की मांग की है. एसोसिएशन का कहना है कि वेट कम करने से डिमांड बढ़ेगी और राज्य सरकार को राजस्व मिलेगा. उनका कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्र में लगे सभी पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर है.
पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम का असर पेट्रोल पंप संचालकों को भी उठाना पड़ रहा है. पेट्रोल-डीजल की खपत कम हो गई है, जिस से पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन को नुकसान उठाना पड़ रहा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष वर्मन ने बताया कि राजस्थान की सभी व्यवसायिक बड़े वाहन राजस्थान के बाहर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब से डीजल ले रहे हैं. जिस कारण भारत पाक सीमा से जुड़े जिलों में पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर आ गए हैं.
उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्य से डीजल तस्करी होकर राजस्थान में आ रहा है, यहां तक कि वह डीजल अजमेर तक पहुंच गया है. उस डीजल पर प्रति लीटर 10 रुपए का मार्जन है. डीजल पेट्रोल की तस्करी रोकने और वैट कम करने की मांग को लेकर राजस्थान के सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है. केंद्र सरकार का सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी और राजस्थान सरकार का वैट कम होता है. इससे सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा, क्योंकि बड़े वाहन राजस्थान से सिर्फ इतना ही डीजल ले रहे हैं कि वह बॉर्डर पार कर जाए.
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एसोसिएशन की मांग है कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब राज्यों के बराबर राजस्थान सरकार भी पेट्रोल डीजल पर उतना ही पर उतना ही वेट ले आए तो डिमांड बढ़ेगी और रेवेन्यू भी बढ़ेगा.