अजमेर. प्रथम पूज्य भगवान गणपति की स्थापना शनिवार को होगी. कोरोना महामारी के चलते इस बार 10 दिवसीय जगह-जगह होने वाले गणेश उत्सव नहीं होंगे. लोग घरों में ही अपने आराध्य देव गणपति की मूर्ति की स्थापना करेंगे. अजमेर में आगरा गेट स्थित मराठाकालीन गणेश मंदिर के लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है. गणेश मंदिर में शनिवार को चंद लोगों की उपस्थिति में दोपहर 12 बजे महाआरती होगी.
मंदिर के महंत पंडित घनश्याम आचार्य ने बताया कि शनिवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर सुबह 7:30 से 9 बजे तक शुभ का चौघड़िया है. इस दौरान लोग अपने घरों में गणपति की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि गणपति की मूर्ति की स्थापना पीले वस्त्र पर करनी चाहिए, इसके बाद पूजन कर गणपति को दूर्वा जरूर चढ़ाएं. इससे दूर्वा चढ़ाने से गणपति प्रसन्न होते हैं.
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उन्होंने बताया कि गणपति को गुड़ के अलावा अपनी श्रद्धा अनुसार मोदक का भोग आवश्य लगाएं. इसके उपरांत दोपहर 12 बजे घर में स्थापित गणपति की आरती परिवार के साथ करें. इससे गणपति प्रसन्न होकर सकल मनोरथ पूर्ण करते हैं. बता दें कि गणेश चतुर्थी को लेकर लोगों में उत्साह है. कई घरों में लोगों ने मिट्टी के गणपति बनाए हैं. वहीं इस बार प्रमुख सड़कों के किनारे पीओपी से बनी गणेश प्रतिमाएं भी कम ही नजर आ रही हैं.
जाहिर है कोरोना महामारी के चलते जगह-जगह होने वाले गणेश उत्सव पर रोक लगी हुई है. इसलिए सामूहिक गणपति उत्सव इस बार नहीं मनाकर लोग घरों में रहकर ही गणपति स्थापना करेंगे. शहर ही नहीं देहात क्षेत्रों में गणेश चतुर्थी को लेकर लोगों उत्साह बना हुआ है.