अजमेर. जिले में राजकीय संग्रहालय के निकट ग्रीन जोन के तहत पार्क बनाने की कवायद शुरू की जा चुकी है. यहां ऑक्सीजन देने वाले पौधे (जैसे-पाम ट्री और स्नेक प्लांट) लगाए जाएंगे. पर्यटक म्यूजियम देखने के साथ ही कुछ घंटे पार्क में भी बिता सकेंगे. वहीं, स्मार्ट सिटी के तहत भी इसका काम शुरू किया जा चुका है, राजकीय संग्रहालय के संभागीय अधीक्षक नीरज त्रिपाठी ने बताया कि म्यूजियम के आस-पास वाहनों की आवाजाही काफी अत्यधिक रूप में रहती है. ऐसे में पार्क बनने से पर्यावरण को लाभ मिलेगा.
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राजकीय संग्रहालय के संभागीय अधीक्षक नीरज त्रिपाठी ने कहा कि पुरातत्व भवनों के आस-पास मुगल पैटर्न पर चारबाग या अन्य हरियाली क्षेत्र को विकसित करने का प्रावधान किया गया है. इसी के चलते अजमेर के म्यूजियम के अंदर मुख्य भवन के चारों और पार्क बनाए गए हैं. इसी तर्ज पर नया ग्रीन जोन विकसित किया जाना प्रस्तावित है. म्यूजियम के पिछवाड़े स्थित करीब 10 से 12 वर्ग गज भूमि पर प्रस्तावित ग्रीन जोन का कार्य जोर-शोर से शुरू किया जा चुका है. वहीं, मौजूदा समय में पुरातत्व विभाग की जमीन पर अतिक्रमण हटवा दिए गए हैं और समतलीकरण का कार्य भी शुरू किया जा चुका है.
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पर्यटकों और स्थानीय लोगों को मिलेगा फायदा...
पार्क शहर के लोगों के लिए ऑक्सीजन स्तर में कमी को भी दूर करेगा. पर्यटक म्यूजियम के पास प्रस्तावित नए प्रवेश द्वार से पार्क में जा सकेंगे. पर्यटक पार्क में बैठकर भोजन और अल्प विश्राम के बाद गंतव्य के लिए आगे बढ़ सकते हैं. वहीं, स्थानीय लोग भी घनी आबादी क्षेत्र से निकलकर शहर भी कर सकेंगे. माना जा रहा है कि पार्क का इस्तेमाल खूब होगा, क्योंकि राजकीय संग्रहालय के आस-पास कोई और पार्क मौजूद नहीं है.
संग्रहालय के पास मौजूद है पशु चिकित्सालय...
मौजूदा पशु चिकित्सालय परिसर के स्थानांतरित होने के बाद यहां से प्रवेश द्वार बनेगा, जो सीधा ग्रीन जोन में जाएगा. इसके साथ ही फिल्म लाइब्रेरी के सामने से भी एक रास्ता दिया जाएगा, जो पार्क में मिल जाएगा. वहीं, इन रास्तों पर अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू किया जा चुका है.