अजमेर. कोविड 19 संक्रमण को देखते हुए किसी भी सार्वजनिक स्थान पर लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है. अजमेर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के लिए भी ऐसे ही नियम बनाए गए हैं. कलेक्ट्रेट परिसर में जाने वाले सभी व्यक्तियों की पहले स्क्रीनिंग की जा रही है. हाथों को सैनिटाइज करने के लिए सैनिटाइजर दिया जा रहा है. लेकिन कलेक्ट्रेट के गेट पर यह व्यवस्था केवल आम लोगों के लिए ही नजर आ रही है.
कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करने से पहले कोई भी पदाधिकारी थर्मल स्क्रीनिंग नहीं करवा रहे हैं. अधिकारी अपनी गाड़ियों में बैठकर सीधे कार्यालय में चले जा रहे हैं. स्क्रीनिंग की यह व्यवस्था देखकर लग रहा है कि, कोरोना संक्रमण केवल आम लोगों को होगा पदाधिकारियों को नहीं होगा.
बता दें कि, बीते दिनों जिला मुख्यालय के मुख्य द्वार को खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति थी. जिसके बाद गुरुवार को एक बार फिर कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार को बंद करवा दिया गया. वहीं दूसरे द्वार पर खड़े आरएसी के जवान प्रत्येक व्यक्ति के थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही परिसर में प्रवेश दे रहे है. लेकिन थर्मल स्क्रीनिंग के नाम पर केवल मात्र खानापूर्ति ही हो रही है. क्योंकि अधिकारियों को उनके पद का लाभ भी दिया जा रहा है. उन्हें बिना स्क्रीनिंग के ही कलेक्ट्रेट में प्रवेश दे दिया जा रहा हैं.
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वहीं कर्मचारी अधिकारियों की स्क्रीनिंग नहीं कर रहे हैं. अधिकारियों की गाड़ियां गेट पर रूक बिना ही भीतर चली जा रही हैं. गुरुवार को भी जिला कलेक्टर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, द्वितीय एसडीएम सहित अन्य अधिकारी बिना स्क्रीनिंग के ही कलेक्टर परिसर में प्रवेश कर गए. इसे देखकर ऐसा लगा कि, कोरोना संक्रमण भी अब पद देख कर नहीं होगा.