अजमेर. शहर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में छात्रवृत्ति की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. अपनी मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने कॉलेज आयुक्त के नाम प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकार ने प्रमोट किए गए विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति रोक दी है.
विद्यार्थियों का कहना है कि कॉलेज में कई विद्यार्थी गरीब वर्ग से आते हैं. छात्रवृत्ति से उन्हें काफी सहयोग मिलता है. इस बार कोविड-19 के चलते कॉलेज में विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया, लेकिन राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति को रोक दिया है. कार्यकर्ताओं ने छात्रवृत्ति को पुनः प्रारंभ करने की मांग की है.
रेशमा कॉलेज के मुख्य गेट पर कार्यकर्ता एकत्रित हुए. जहां उन्होंने प्रदर्शन किया. इसके बाद सांकेतिक रूप से कॉलेज का गेट भी बंद कर दिया. बाद में नारे लगाते हुए कार्यकर्ता कॉलेज प्राचार्य के कार्यालय में पहुंचे. जहां व्याख्याताओं के साथ कार्यकर्ताओं की अनबन हो गई. दरअसल कार्यकर्ताओं ने मास्क नहीं लगा रखे थे, ऐसे में उन्हें प्राचार्य के कक्ष में जाने की अनुमति नहीं दी गई. कॉलेज प्रशासन की ओर से छात्रवृत्ति की मांग रखने आए एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को मास्क दिए गए. इसके बाद प्राचार्य के कक्ष में 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने जाकर अपनी मांग रखी.
छात्रवृत्ति की मांग को लेकर प्राचार्य प्रतिभा यादव ने बताया कि छात्रवृति क्यों रोकी गई है, इस बारे में निदेशालय से बात की जाएगी. इधर एनएसयूआई से कॉलेज के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अनीश मारोठिया ने बताया कि छात्रवृत्ति से गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलता है. मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति से विद्यार्थियों को वंचित रखना अन्याय पूर्ण है.
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उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति से अपना प्रवेश शुल्क और परीक्षा शुल्क विद्यार्थी भरते थे. छात्रवृत्ति नहीं मिलने की वजह से विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भरने और अन्य वित्तीय संसाधनों से वंचित रह जाएंगे. मारोठिया ने उच्च शिक्षा आयुक्त से छात्रवृत्ति पुनः प्रारंभ करने की मांग की है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि छात्रवृत्ति पुनः प्रारंभ नहीं की गई, तो प्रदेश भर में एनएसयूआई कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे.