अजमेर. कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आए कांग्रेस के अग्रिम छात्र संगठन एनएसयूआई ने विरोध दर्ज करवाया जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने मौन व्रत रख कर कर अपनी नाराजगी जाहिर की.
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अब्दुल फरहान ने बताया कि केंद्र सरकार नए कानून लाकर किसानों की मुसीबत को बढ़ाना चाह रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एनएसयूआई लगातार किसानों के समर्थन में विभिन्न तरीकों से प्रदर्शन कर रही है. इसी कड़ी में गांधीवादी तरीके से मौन व्रत रखकर सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की गई है. अगर जल्द ही ये कानून वापस नहीं लिए जाते, तो छात्रों को भी दिल्ली की ओर कूच करना होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी.
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार गत दिनों कृषि कानून लेकर आई थी, जिसके बाद से कुछ राज्यों में किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं. दिल्ली में किसानों के आंदोलन को लेकर देश भर से भी किसान जुट रहे हैं. जिसको लेकर सोमवार को अजमेर के गांधी भवन स्मारक के पास एनएसयूआई छात्र संगठन ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मौन व्रत रखा.