अजमेर. अब जिले में किसी भी पंचायत का काम सरपंच के प्रतिनिधि या परिजन नहीं कर पाएंगे. जिला परिषद की ओर से इसपर अब पैनी नजर रखने जाएगी. इसकी जानकारी जिला परिषद के सीईओ गजेंद्र सिंह राठौड़ ने दी.
जिला परिषद के सीईओ गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार ने पंचायत का काम सरपंच द्वारा ही करना सुनिश्चित करने को कहा है, इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है. इस संबंध में सभी कार्मिकों को विशेष दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं इसके साथ ऐसे किसी भी व्यक्ति द्वारा सरपंच का काम करते पाए जाने पर जिला परिषद को सूचना देने के भी निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि सरपंच की सील मोहर को अन्य कोई भी व्यक्ति अगर काम में लाता है या यदि पहले काम में ली है तो इसमें किसी भी कार्मिक की भूमिका पाए जाने पर उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही सरपंच जनप्रतिनिधि के खिलाफ धारा 38 के तहत कार्रवाई के लिए संभागीय आयुक्त को पत्र भी लिखा जाएगा.
जोधपुर में महिला सरपंच प्रत्याशी को दिया 21 लाख का आर्थिक सहयोग
जोधपुर जिले की पीपाड़ शहर पंचायत समिति के नानण गांव में मात्र 84 वोटों से हारी महिला प्रत्याशी मनुदेवी देवासी के समर्थकों ने एक अनूठी पहल की है. महिला प्रत्याशी के समर्थकों ने जन सहयोग से 21 लाख रुपए की राशि जुटा कर हारे प्रत्याशी के मनोबल को ऊंचा करने का काम किया है.
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बता दें कि 3 दिन पहले संपन्न हुए पंचायत चुनाव में जोधपुर जिले की पीपाड़ शहर पंचायत समिति के नानण गांव से मनुदेवी देवासी और सुन्दरी देवी माली ने सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में मनुदेवी 84 मतों हार गईं थीं. इसके बाद अपना और समर्थकों का चुनावी मनोबल बनाए रखने के लिए सोमवार को एक धन्यवाद सभा रखी. इस धन्यवाद सभा में समर्थकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हारे हुए प्रत्याशी को संबल देने के लिए एक अनूठी पहल की. समर्थकों ने प्रत्याशी को चुनाव में हुए खर्चा की भरपाई के लिए 21 लाख रुपए का जन सहयोग दिया.