अजमेर. शहर अजमेर विद्युत वितरण निगम, टाटा पावर और अजमेर नगर निगम की घोर लापरवाही सामने आई है. शहर के (Transformer installed in open in main markets of Ajmer) मुख्य बाजारों में खुले में ट्रांसफार्मर लगे हैं. जिनके आसपास फुटकर व्यापारियों ने अतिक्रमण कर रखा है. ऐसे में ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट और फेंसिंग न होने के कारण कभी भी लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं. शहर में पड़ाव, क्लॉक टावर, मदार गेट क्षेत्र मुख्य बाजार हैं, जहां खरीदारी के लिए लोगों का सर्वाधिक आना-जाना रहता है. इन मार्गों पर दरगाह आने वाले जायरीन भी शामिल हैं.
ऐसे ही क्लॉक टॉवर सब्जी मंडी में भी एक ट्रांसफार्मर लगा है, जिसके आस-पास फल और सब्जी वाले व्यापार करते हैं. किसी भी दुर्घना होने की स्थिति में इन व्यापारियों के चपेट में आने की संभावना ज्यादा है. पृथ्वीराज मार्ग पर जीपीओ के बाहर भी खुले में ट्रांसफार्मर लगा है. इस मार्ग से हर रोज हजारों वाहन और पैदल चलने वाले लोग गुजरते हैं. शहर की तंग गलियों में भी यही लापरवाही देखने को मिल रही है. जहां ट्रांसफार्मर के लिए किसी सुरक्षा संबंधी नियम का पालन नहीं किया जाता है.
महासंघ ने कई बार डिस्कॉम को लिखा: श्री अजयमेरु व्यापारिक महासंघ के सचिव रमेश लालवानी ने बताया कि महासंघ की ओर से ट्रांसफार्मर के आसपास से अतिक्रमण हटाने के साथ ही सुरक्षा से संबंधित इंतजाम करने को लेकर पहले कई बार लिखा जा चुका है लेकिन जिम्मेदार इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. मदार गेट पर बीते वर्षों में हादसा हो चुका है, लेकिन इससे भी अफसर सबक नहीं ले रहे. शॉर्ट सर्किट से ट्रांसफार्मर में बड़ा विस्फोट होता है. जिससे जनहानि भी हो सकती है. इस तरीके से खुले में लगाए गए ट्रांसफार्मर 'ट्रांसफर बम' की तरह हैं.
कांग्रेस पार्षद दल करेगा डिस्कॉम एमडी का घेराव: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्षद हेमंत शर्मा ने कहा कि डिस्कॉम के पूर्व एमडी को शहर में खुले रूप से लगाए गए ट्रांसफार्मर की सुरक्षा और उसके आसपास किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए लिखा गया था. लेकिन डिस्कॉम ने कोई कार्रवाई नहीं की. शर्मा ने कहा कि डिस्कॉम को दोबारा खुले में रखे ट्रांसफार्मर की उचित सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए लिखा जाएगा. समय रहते डिस्कॉम ने इस लापरवाही के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई तो कांग्रेस पार्षद दल डिस्कॉम एमडी का घेराव करेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम से भी ट्रांसफार्मर के आसपास अतिक्रमण हटाने की मांग की जाएगी.
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बीते 4 वर्ष पहले हुआ था हादसा: मदार गेट कस्तूरबा हॉस्पिटल के बाहर लगे ट्रांसफार्मर के नीचे और दोनों ओर फूल बेचने वाले बैठते हैं. 4 वर्ष पहले ट्रांसफार्मर में अचानक विस्फोट हुआ था. हालांकि इसमें जनहानि नहीं हुई, लेकिन लोगों का सामान जल गया था. इस हादसे के बाद भी अजमेर विद्युत वितरण निगम, टाटा पावर और नगर निगम ने सबक नहीं लिया. वहीं आजीविका कमाने की मजबूरी के चलते फूल बेचने वाले आज भी ट्रांसफार्मर के नीचे जमे हुए हैं.
तंग गलियों में भी खुले में है ट्रांसफार्मर: शहर के तंग इलाकों के अलावा आबादी वाले क्षेत्रों में भी खुले में लगाए गए ये ट्रांसफार्मर हादसे का सबब बने रहते हैं. शहर में ट्रांसफार्मर के रखरखाव की जिम्मेदारी टाटा पावर की है. वहीं इन सब की मॉनिटरिंग डिस्कॉम के अधिकारी भी करते हैं. लेकिन लोगों की सुरक्षा के प्रति डिस्कॉम और टाटा पावर ही नहीं नगर निगम को भी कोई सरोकार नहीं है.
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ईटीवी भारत डिसकॉम अधिकारियों के संज्ञान में अजमेर के इन तीन लापरवाहियों को लेकर आया. क्योंकि यहां सवाल लोगों की जान का है. शहर की ह्रदय स्थली मदार गेट बाजार, कवण्ड्सपूरा, पड़ाव सब्जी मंडी में हर रोज खरीदारी के लिए हजारों लोग आते हैं. यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
डिसकॉम के संभागीय मुख्य अभियंता एमएल मीना ने कहा कि टाटा पावर के अधिकारियों को ट्रांसफार्मर की सुरक्षा के लिए जाली और खतरे की प्लेट लगाने के लिए कहा गया है. साथ ही इन ट्रांसफार्मर के आसपास के छोटे दुकानदारों को नोटिस दिए जाएंगे. नोटिस की प्रति एसडीएम कार्यालय भी भेजी जाएगी. मीना ने बताया पिछली बार भी इन दुकानदारों से समझाइश की गई थी. वहीं कुछ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी. ट्रांसफार्मर से लोगों की सुरक्षा के उपाय जल्द किए जाएंगे.