अजमेर. जिले में मानसून की दस्तक से पहले शहर में जर्जर मकानों की सुध लेना नगर निगम ने शुरू कर दिया है. नगर निगम ने 150 जर्जर मकान विभिन्न क्षेत्रों में चिन्हित किये है. जर्जर मकान के मालिकों को नगर निगम नोटिस भेज रहा है. बारिश के मौसम में जर्जर और पुराने मकानों के ध्वस्त होने का खतरा रहता है. साथ ही जान माल के नुकसान की आशंका भी बनी रहती है.
अजमेर में 200 से अधिक जर्जर और पुराने मकान हैं जिनकी मरम्मत नहीं होने से वो हादसे का सबब बने हुए हैं. नगर निगम ने वार्डवार ऐसे मकानों का सर्वे करवाया है इनमें 150 के करीब जर्जर और पुराने मकान अभी तक चिन्हित कर लिए गए हैं. नगर निगम ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर जर्जर मकान मालिकों को हिदायत दी है कि वो 15 दिन के अंदर जर्जर मकान की मरम्मत करवा लें अन्यथा नगर निगम अपने स्तर पर कार्रवाई कर जर्जर मकान की मरम्मत करवाएगा अथवा आवश्यकता पड़ी तो जर्जर मकान को गिरवाएगा.
इस कार्रवाई में होने वाला खर्च संबंधित मालिक से वसूल किया जाएगा. साथ ही नगर निगम ने जर्जर और पुराने मकानों के मालिकों को उनके पते पर नोटिस भेजना भी शुरू कर दिया है.
बता दें कि मानसून की बारिश में जर्जर और पुराने मकानों को खतरा रहता है. मकान का हिस्सा या पूरा मकान गिरने पर जान माल की हानि का खतरा बना रहता है. ऐसे पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं. यही वजह है कि नगर निगम मानसून के आने से पहले और जर्जर और पुराने मकानों को चिन्हित कर नोटिस देने की कार्रवाई करने में जुटा हुआ है.