अजमेर. राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी के बयान पर पलटवार किया है. सालेह मोहम्मद ने कहा कि अल्पसंख्यकों को दीपावली का बोनस देने का बयान देने से पहले देवनानी को सोच लेना चाहिए था कि मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए 15 सूत्रीय कार्यक्रम चला रखा है. इनमें मदरसा आधुनिकीकरण योजना भी शामिल है. ऐसे में देवनानी को प्रधानमंत्री से पूछ लेना चाहिए था कि 8 साल से केंद्र सरकार अल्पसंख्यक विभाग लेकर क्यों बैठी है.
राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने देवनानी पर तंज कसते हुए कहा कि हर बात पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बीजेपी शासित राज्यों में मदरसा शिक्षा लेकर क्यों बैठे हैं. एक तरफ शिक्षा के अधिकार की बात की जाती है. केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है. यह कहते हैं कि मदरसों को दीपावली का बोनस दिया गया है. देवनानी को जानकारी होनी चाहिए कि 3 साल से मदरसा आधुनिकीकरण योजना (Madrassa Modernization Scheme) चल रही है. इसके तहत 2019-20 में तीन करोड़, 2020-21 में 5 करोड़ और2021-22 में 17 करोड़ दिए गए हैं.
यह भी पढ़ें. गहलोत सरकार ने दी किसानों को राहत, फसली ऋण वितरण के लक्ष्य में 2500 करोड़ की बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि राजस्थान में 2 लाख बच्चे मदरसों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. यहां धर्म के नाम पर देवनानी को राजनीति नहीं करनी चाहिए. वह खुद शिक्षा मंत्री रहे हैं. उन्हें बयान देने से पहले सोचना चाहिए कि बीजेपी में अल्पसंख्यक मोर्चा और आरएसएस में मुस्लिमों को जगह दी गई है. उनकी बैठक में आयोजित होती है. वह दिखावा कुछ और कर रहे हैं और दिल में कुछ और है. ऐसे लोगों को जनता आईना दिखाती है.
मंत्री सालेह मोहम्मद सोमवार को अजमेर दौरे (Saleh Mohammad Ajmer Visit) पर थे. यहां किशनगढ़ में उन्होंने रक्तदान शिविर में भाग लिया. इसके बाद कलेक्ट्रेट सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर संपर्क पोर्टल पर 5 प्रकरणों की समीक्षा की. बाद में मंत्री सालेह मोहम्मद मीडिया से रूबरू हुए.