अजमेर. एक विवाहिता को देवर पर दुष्कर्म का आरोप लगाना और शिकायत करना भारी पड़ गया. पीड़िता का आरोप रहा कि ससुराल पक्ष ने पुलिस थाने में दर्ज शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया, जिसमें पति भी शामिल रहा. वहीं पीड़िता के नहीं मानने पर शौहर ने मोबाइल पर ही उसे तीन तलाक दे दिया. अब पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने मारपीट और तीन तलाक का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.
दरगाह थाना प्रभारी हेमराज ने बताया कि पश्चिम बंगाल हाल दरगाह अंदर कोर्ट क्षेत्र निवासी एक पीड़िता ने रिपोर्ट दी कि उसके पति ने दो देवरों के खिलाफ पूर्व में दर्ज दुष्कर्म के मामले में राजीनामा करने का दबाव बनाया था. ऐसा नहीं करने पर धमकियां दी जाती रही.
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वहीं 14 अक्टूबर को शौहर ने मोबाइल पर तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोल दिया. पीड़िता दरगाह क्षेत्र में ही पति से अलग रह कर तीन बच्चों का लालन-पालन कर रही है. पीड़िता ने शिकायत में आरोप लगाया कि उसका पति आए दिन मारपीट कर प्रताड़ित करता रहता है और वह एक महिला के साथ रहता है.
पीड़िता ने आरोप लगाया कि मामले में 30 अक्टूबर को पति के खिलाफ शिकायत दी गई थी, लेकिन दरगाह थाने में शिकायत लेने से इनकार करते हुए मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया था. जिस पर पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. जहां उसने न्याय की गुहार लगाई. उसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता पर राजीनामे का दबाव
पीड़िता ने बताया कि पूर्व में भी 2013 में आरोपी और उसके परिजन दहेज के लिए प्रताड़ित कर जान से मारने का भी प्रयास कर चुके हैं. मामले में पश्चिम बंगाल चकलिया थाने में शौहर, ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. लेकिन सामाजिक फैसले के बाद दिल्ली और फिर अजमेर आ गई थीं.