अजमेर. बेटियां किसी से कम नहीं हैं, यह साबित कर दिया है 6 वर्ष की खोरवी ने. जिसने अपने नन्हे-नन्हे हाथों से फोटोग्राफी में एशिया वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है. बचपन से ही खोरवी को फोटोग्राफी का शौक है. वह अपने पिता अखिलेश के मोबाइल के जरिए फोटोग्राफी किया करती थी, लेकिन क्या पता था कि वह अपने नाम को एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लेगी.
खोरवी के परिवार को उसपर अभिमान है. उन्होंने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि उनकी बेटी को फोटोग्राफी का काफी शौक है, जब उन्हें इस चीज का पता लगा तो उन्होंने अपनी बेटी को डीएसएलआर कैमरा भी दिलवा दिया. लॉकडाउन में डीएसएलआर से प्रैक्टिस करती हुई खोरवी ने 2 घंटे में 1000 फोटो क्लिक किए. यह रिकॉर्ड बनाते हुए उसके इस प्रदर्शन को एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि बेटी को फोटोग्राफी का काफी शौक है. वह नेचर फोटोग्राफी काफी अधिक करती है.
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हुनर की नहीं होती कोई उम्र...
आखिर खोरवी ने यह तो साबित कर दिया है कि हुनर की कोई उम्र नहीं होती, बस मन में कुछ कर गुजर जाने की लगन होनी चाहिए. फिर क्या था खोरवी भी ने उस लक्ष्य को प्राप्त कर ही लिया है. खोरवी का परिवार काफी खुश है कि उनकी बेटी ने उनके परिवार का नाम रोशन किया है. अब उसका परिवार खोरवी को फोटोग्राफी क्षेत्र में ही आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. 6 साल की नाजुक उम्र में इस तरह का हुनर होना काफी अचंभे वाली बात है. परिवार ने कहा कि वह भी काफी हैरान हैं कि नन्हे-नन्हे हाथों से वह कैमरा पकड़ कर फोटोग्राफी करती है.
बेटियां नहीं हैं किसी से कम...
खोरवी के पिता अखिलेश बताते हैं कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं, केवल उनके हुनर को तराशने की जरूरत है और उनके पिता ने भी सिर्फ वही किया है. जिसकी वजह से आज उनकी बेटी ने उनका नाम रोशन करते हुए देश में अपने परिवार का मान और सम्मान बढ़ा दिया. उन्होंने कहा कि 1 सितंबर 2020 को एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में खोरवी की इस प्रतिभा को दर्ज किया गया है, जिसके लिए सम्मान दिया गया. 19 अगस्त 2020 वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर खोरवी द्वारा 1000 क्लिक किए गए थे, जिस पर ग्रैंड मास्टर सर्टिफिकेट भी एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से उसे भी दिया गया है.
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एशिया बुक और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज...
खोरवी के पिता अखिलेश ने जानकारी देते हुए बताया कि 1 सितंबर 2020 को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज किया गया है. जिस पर उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है. खोरवी के पिता अखिलेश होटल में कार्यरत हैं, लेकिन वह अपनी पुत्री खोरवी को हर उस मुकाम पर देखना चाहते हैं. जिस मुकाम पर खोरवी अपनी पहचान रखना चाहती है.