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अजमेर : अरबन हाट बाजार में शिल्प और खादी प्रदर्शनी, लोगों को खूब आ रही रास - अरबन हाट बाजार में खादी प्रदर्शनी

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष में अजमेर में वैशाली नगर स्थित अरबन हाट बाजार में शिल्प एवं खादी प्रदर्शनी लोगों को खूब रास आ रही है. प्रदर्शनी में देश की सबसे पुरानी अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज की ओर से लगाई गई.

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Published : Oct 3, 2019, 11:01 PM IST

अजमेर. जिले के अरबन हाट बाजार में खादी को लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज है. प्रदर्शनी में कुर्ते पायजामे, शर्ट-पेंट, सलवार सूट लोगों को पसंद आ रहे हैं. खादी की प्रदर्शनी में खादी की जींस और प्रिंटेड कोठी की डिमांड ज्यादा है. बता दें कि राजस्थान सरकार ने पहली बार खादी ऊनी और सिल्क पर 50 फीसदी की छूट दी है.

अरबन हाट बाजार में लोगों को खूब भा रही खादी

प्रदर्शनी में देश की सबसे पुरानी संस्था अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज के महामंत्री महेश अग्रवाल ने बताया कि खादी को लेकर लोगों का क्रेज कम नहीं हुआ है बल्कि और बढ़ गया है. लोग खादी से निर्मित कपड़े पहनना पसंद करते हैं और अपनी आवश्यकतानुसार प्रदर्शनी में खरीद भी रहे हैं.

अग्रवाल ने बताया कि सन 1947 में आजादी के कुछ दिनों बाद ही अजमेर के रामगंज में अजमेर मेरवाड़ा सेवा मंडल को जमनालाल बजाज ने 5 हजार रुपए देकर शुरू किया था. उस वक्त अजमेर मेरवाड़ा स्टेट के मुख्यमंत्री हरीभाऊ उपाध्याय संस्था के आजीवन अध्यक्ष रहे. उनके बाद गोकुलभाई भट्ट अध्यक्ष रहे, तब से संस्था निरंतर खादी के कपड़ों का निर्माण करने का कार्य कर रही है.

प्रदर्शनी में देखने आए लोगों को खादी, ऊनी और सिल्क के कपड़े खूब रास आ रहे हैं. वहीं शिल्प कला भी उन्हें आकर्षित कर रही है. लोगों की माने तो खादी पहनने में उन्हें गर्व की अनुभूति होती है. वहीं इसका कपड़ा भी शरीर के लिए अच्छा होता है.

पढे़ं- कोटा: भाजपा ने फसल खराब होने पर की किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग...कहा- नहीं मिला तो करेंगे हाड़ौती जाम

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राजस्थान सरकार ने खादी पर पहली बार 50 फीसदी छूट दी है. ऐसे में खादी, ऊनी और सिल्क के महंगे वैरायटी के कपड़े भी आम लोगों के बजट में फिट बैठ रहे हैं. यही वजह है कि लोग प्रदर्शनी में खादी के कपड़ों के साथ-साथ अपने घर की सजावट के लिए मिट्टी से बनी सुंदर कृतियों की भी खरीदारी कर रहे हैं.

अजमेर. जिले के अरबन हाट बाजार में खादी को लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज है. प्रदर्शनी में कुर्ते पायजामे, शर्ट-पेंट, सलवार सूट लोगों को पसंद आ रहे हैं. खादी की प्रदर्शनी में खादी की जींस और प्रिंटेड कोठी की डिमांड ज्यादा है. बता दें कि राजस्थान सरकार ने पहली बार खादी ऊनी और सिल्क पर 50 फीसदी की छूट दी है.

अरबन हाट बाजार में लोगों को खूब भा रही खादी

प्रदर्शनी में देश की सबसे पुरानी संस्था अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज के महामंत्री महेश अग्रवाल ने बताया कि खादी को लेकर लोगों का क्रेज कम नहीं हुआ है बल्कि और बढ़ गया है. लोग खादी से निर्मित कपड़े पहनना पसंद करते हैं और अपनी आवश्यकतानुसार प्रदर्शनी में खरीद भी रहे हैं.

अग्रवाल ने बताया कि सन 1947 में आजादी के कुछ दिनों बाद ही अजमेर के रामगंज में अजमेर मेरवाड़ा सेवा मंडल को जमनालाल बजाज ने 5 हजार रुपए देकर शुरू किया था. उस वक्त अजमेर मेरवाड़ा स्टेट के मुख्यमंत्री हरीभाऊ उपाध्याय संस्था के आजीवन अध्यक्ष रहे. उनके बाद गोकुलभाई भट्ट अध्यक्ष रहे, तब से संस्था निरंतर खादी के कपड़ों का निर्माण करने का कार्य कर रही है.

प्रदर्शनी में देखने आए लोगों को खादी, ऊनी और सिल्क के कपड़े खूब रास आ रहे हैं. वहीं शिल्प कला भी उन्हें आकर्षित कर रही है. लोगों की माने तो खादी पहनने में उन्हें गर्व की अनुभूति होती है. वहीं इसका कपड़ा भी शरीर के लिए अच्छा होता है.

पढे़ं- कोटा: भाजपा ने फसल खराब होने पर की किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग...कहा- नहीं मिला तो करेंगे हाड़ौती जाम

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राजस्थान सरकार ने खादी पर पहली बार 50 फीसदी छूट दी है. ऐसे में खादी, ऊनी और सिल्क के महंगे वैरायटी के कपड़े भी आम लोगों के बजट में फिट बैठ रहे हैं. यही वजह है कि लोग प्रदर्शनी में खादी के कपड़ों के साथ-साथ अपने घर की सजावट के लिए मिट्टी से बनी सुंदर कृतियों की भी खरीदारी कर रहे हैं.

Intro:अजमेर। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष में अजमेर में वैशाली नगर स्थित अरबन हाट बाजार में शिल्प एवं खादी प्रदर्शनी लोगों को खूब रास आ रही है। प्रदर्शनी में देश की सबसे पुरानी अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज की ओर से लगाई गई। खादी की प्रदर्शनी में खादी की जींस और प्रिंटेड कोठी की डिमांड ज्यादा है। बता दें कि राजस्थान सरकार ने पहली बार खादी ऊनी और सिल्क पर 50 फ़ीसदी की छूट दी है।

अजमेर के अरबन हाट बाजार में खादी को लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज है। प्रदर्शनी में कुर्ते पायजामे, शर्ट-पेंट, शाल दूशाले, सलवार सूट तो प्रदर्शनी में है। वही खादी की जींस प्रिंटेड कोठी की विशेष डिमांड बनी हुई है। प्रदर्शनी में देश की सबसे पुरानी संस्था अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज के महामंत्री महेश अग्रवाल ने बताया कि खादी को लेकर लोगों का क्रेज कम नहीं हुआ है बल्कि और बढ़ गया है। लोग खादी से निर्मित कपड़े पहनना पसंद करते हैं और अपनी आवश्यकतानुसार प्रदर्शनी में खरीद भी रहे हैं....
बाइट महेश अग्रवाल महामंत्री अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज

अग्रवाल ने बताया कि सन 1947 में आजादी के कुछ दिनों बाद ही अजमेर के रामगंज में अजमेर मेरवाड़ा सेवा मंडल को जमनालाल बजाज ने 5 हजार रुपए देकर शुरू किया था। उस वक्त अजमेर मेरवाड़ा स्टेट के मुख्यमंत्री हरीभाऊ उपाध्याय संस्था के आजीवन अध्यक्ष रहे। उनके बाद गोकुलभाई भट्ट अध्यक्ष रहे। तब से संस्था निरंतर खादी के कपड़ों का निर्माण करने का कार्य कर रही है...
बाइट महेश अग्रवाल महामंत्री अजमेर मेरवाड़ा ग्राम सेवा मंडल रामगंज

प्रदर्शनी में देखने आए लोगों को खादी, ऊनी और सिल्क के कपड़े खूब रास आ रहे हैं। वही शिल्प कला भी उन्हें आकर्षित कर रही है। लोगों की माने तो खादी पहनने में उन्हें गर्व की अनुभूति होती है। वहीं इसका कपड़ा भी शरीर के लिए अच्छा होता है....
बाइट प्रेम कुमार राव स्थानीय
बाइट उमा स्थानीय

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राजस्थान सरकार ने खादी पर पहली बार 50 फ़ीसदी छूट दी है। ऐसे में खादी, ऊनी और सिल्क के महंगे वैरायटी के कपड़े भी आम लोगों के बजट में फिट बैठ रहे हैं। यही वजह है कि लोग प्रदर्शनी में खादी के कपड़ों के साथ-साथ अपने घर की सजावट के लिए मिट्टी से बनी सुंदर कृतियों की भी खरीदारी कर रहे हैं।



Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


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