अजमेर. भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार सैयद जमाल सिद्दीकी अजमेर पहुंचे. यहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा साहब की दरगाह में हाजिरी देकर शुकराना जताया. इस दौरान दरगाह कमेटी और खादिम की ओर से उनकी दस्तारबंदी की गई.
सैयद जमाल सिद्दीकी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह नागपुर के छोटे से कार्यकर्ता थे. उन्हें यह पद मिलना एक गौरव की बात है. यह भाजपा में ही संभव है क्योंकि अन्य पार्टियों की तरह भाजपा में वंशवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अल्पसंख्यक वर्ग के लिए भी इतनी योजनाएं चला रखी हैं, लेकिन मुस्लिम वर्ग को उनकी जानकारी तक नहीं है. ऐसे में वह इन योजनाओं का निचले स्तर के व्यक्ति को भी लाभ दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे.
साथ ही अल्पसंख्यक वर्ग की बात को पार्टी और सरकार के आलाकमान के सामने रखकर उनकी परेशानियों का निस्तारण भी करवाएंगे. सिद्दीकी ने विश्व में भाईचारे का संदेश देने वाली ख्वाजा साहब की दरगाह में देश के लोगों में भाईचारे की भावना जगाने का भी संकल्प लिया.
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इस दौरान दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने कहा कि सैयद जमाल सिद्दीकी को पद मिलते ही वह ख्वाजा साहब की दरगाह में उपस्थित हुए और अकीदत के फूल पेश किए. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा का जिम्मा सिद्दीकी को मिलने से समाज में भी हर्ष व्याप्त है. इसके लिए वह पार्टी के आलाकमान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त करते हैं.