अजमेर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सूचना केंद्र और पुलिस लाइन लाइब्रेरी का डिजिटलाइजेशन का कार्य आरंभ हो गया है. 57.50 लाख रुपए लागत से दोनों लाइब्रेरियों का डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है. दोनों लाइब्रेरियों में सीसी टीवी कैमरे लगाए जाएंगे. डिजिटल लाइब्रेरी बनने के बाद अजमेर के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों, शोधार्थियों और पुस्तकों का अध्ययन करने वालों को इसका लाभ मिलेगा.
सूचना केंद्र में डिजिटल लाइब्रेरी बनने जा रही है. यहां पर लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है. प्रमुख रूप से जिस हॉल में कम्प्यूटर लगाए जाने हैं वहां सिलिंग फॉल्स का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. भवन में मरम्मत एवं रंग-रोगन का कार्य भी पूर्ण हो गया है. साथ ही यहां पर महिला और पुरूष के लिए शौचालय का निर्माण प्रगतिरत है.
लाइब्रेरी में मॉड्यूलर फर्नीचर लगाया जाएगा. शीघ्र ही लाइब्रेरी का शेष स्थान खाली होने के बाद रिनोवेशन का कार्य किया जाएगा. यहां पर करीब 8 लाख ई-बुक्स और करीब 7 हजार ई-पेपर एवं मैगजीन अध्ययन के लिए उपलब्ध रहेंगी. लाइब्रेरी में रीडिंग रूम, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और यूनिक आईडी जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. सीसी टीवी कैमरे भी लागाए जाएंगे. डिजिटल लाइब्रेरी 33 लाख रुपये की लागत से तैयार होगी.
वातानुकूलित होगी लाइब्रेरी
सूचना केंद्र में आने वाले पाठकों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. प्रमुख रूप से न्यूज पेपर रीडिंग करने वालों एवं पुस्तकें पढ़ने वालों के लिए अलग-अलग पार्टिशियन बनाए जाएंगे. सूचना केंद्र की डिजिटल लाइब्रेरी में 14 कम्प्यूटर एवं एक मास्टर कम्प्यूटर लगाए जाएगा. इन कम्प्यूटर के माध्यम से यहां आने वाले पाठक, विद्यार्थी और शोधार्थी ई-बुक्स का अध्ययन कर सकेंगे. मॉड्यूलर कम्प्यूटर टेबल पार्टीशन बोर्ड और रिवॉल्विंग चेयर लगाई जाएंगी. यहां पर पाठक अपनी पसंद की पुस्तकों का अध्ययन कर सकेंगे.
मॉर्डन फर्नीचर से होगी सुसज्जित लाइब्रेरी
सूचना केंद्र लाइब्रेरी में मॉर्डन फर्नीचर लगाया जाएगा. सूचना केंद्र की 20 हजार पुस्तकों का डिजिटल कैटलॉग बनाया जाएगा. पुस्तकों की सूची सॉफ्ट फोर्मेट में उपलब्ध रहेंगी. जिससे पाठक पुस्तक का नाम, प्रकाशक के नाम अथवा लेखक के नाम के आधार पर पुरानी उपलब्ध पुस्तकों में से आवश्यक पुस्तक का चयन कर सकेंगे. इससे पाठकों को पुस्तकें तलाशने में सुविधा रहेगी. डिजिटल लाइब्रेरी में 8 लाख ई-बुक्स के साथ करीब 7 हजार ई-पेपर एवं मैगजीन ऑन लाइन पढ़ने के लिए उपलब्ध होंगी. पाठक आवश्यक ई सामग्री को ई मेल से और पेन ड्राइव आदि से सोफ्ट कॉपी प्राप्त कर सकेंगे. पाठकों के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की जाएगी. पाठक के लिए नए सोफ्टवेयर के माध्यम से यूनिक आईडी जनरेट होगी, इसके आधार पर पाठक को बैठकर अध्ययन करने की समयावधि आवंटित होगी.
लाभांवित होंगे विद्यार्थी
एनसीईआरटी, सीबीएससी के 10 से 12 वीं तक की कक्षाओं के पाठ्यक्रम, अभियांत्रिकी, मेडिकल, कला, वाणिज्य, विज्ञान की पाठ्यसामग्री, एनटीएसई, एआईईईई, आईआईटी, जईई, यूपीएससी, आरपीएससी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की पाठ्य सामग्री ऑन लाइन उपलब्ध रहेगी.
महिला एवं पुरूषों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था
लाइब्रेरी में महिला एवं पुरूषों के लिए बैठने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है. एक कॉमन रूम की सुविधा भी प्रदान की जा रही है. लाइब्रेरी में मॉर्डन फर्नीचर के साथ बुक शैल्फ भी होगा. पाठक अपनी पसंद की पुस्तकों का अध्ययन कर सकेंगे.
उल्लेखनीय है कि पुलिस लाइन लाइब्रेरी के डिजिलाइजेशन पर 24.50 लाख रूपये खर्च किए जा रहे हैं. पुलिस लाइन डिस्पेंसरी के वर्तमान में बने कमरों का नवीनीकरण कर डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था की जा रही है. यहां पर स्टडी टेबल के साथ मॉड्यूलर कम्प्यूटर टेबल एवं कुर्सियां लगाई जाएंगी. 13 कम्प्यूटर भी लगाए जा रहे हैं. पाठकों के लिए 36 स्टडी चेयर की सुविधा होगी.
पुलिस लाइन लाइब्रेरी पर खर्च होंगे 24.50 लाख रुपए
पुलिस लाइन लाइब्रेरी में रिनोवेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. साथ ही रंग रोगन के साथ मरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. पुलिस के जवानों के लिए ट्रेनिंग हॉल तैयार किया गया है. इस हॉल में टाइल्स लगाई गई हैं, साथ ही छत की मरम्त के साथ फाल्स सिलिंग का आदि का कार्य भी किया गया है. जहां पर जवानों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा.