अजमेर. भारतीय किसान संघ ने जोधपुर में पिछले दिनों हुए प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन में किसान पुखराज की मौत पर सवाल उठाए हैं. किसान संघ का आरोप है कि सरकार ने मृतक किसान पुखराज को कोरोना पॉजिटिव बताया तो फिर प्रशासन ने उसका शव परिजनों को सुपुर्द क्यों किया. भारतीय किसान संघ ने राज्य सरकार से मृतक किसान पुखराज को शहीद का दर्जा देकर मुआवजा देने की मांग की है.
अजमेर में भारतीय मजदूर संघ ने जिला कलक्ट्रेट के बाहर लामबंद होकर मृतक किसान पुखराज को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. किसान पुखराज की मौत जोधपुर में प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन के दौरान हुई थी.
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किसानों का आरोप है कि आंदोलन में शामिल किसान पुखराज की मौत के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई. इसेक बावजूद भी कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर प्रशासन ने उसके शव को परिजनों को सौंप दिया. जबकि मृतक के शव का अंतिम संस्कार प्रशासन को करवाना चाहिए था. किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार मामले को दबा रही है. भारतीय किसान संघ ने राज्य सरकार से मृतक किसान पुखराज को किसान शहीद का दर्जा देने और मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने के साथ ही परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
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भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष राजेश शर्मा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों ने कई बार 21 सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को भिजवाए हैं. किसानों की मांगों को अनसुना किया जा रहा है. भारतीय किसान संघ ने सोमवार को भी मुख्यमंत्री के नाम मृतक किसान पुखराज के आश्रितों को मुआवजा देने और किसानों की 21 सूत्रीय मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा