अजमेर. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी शकील सैफी और राष्ट्रीय महा सचिव नूर मोहम्मद कादरी ने सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत की. जियारत के बाद जन्नती दरवाजे पर मन्नत का धागा बांधा.
जिसके बाद मीडिया से बातचीत में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैफी ने कहा कि अब्दुल्ला ने देश की संप्रभुता पर कई बार सवाल उठाए हैं. सैफी ने कहा कि अब्दुल्ला कोई साधारण राजनेता नहीं है. वह एक पूर्व मुख्यमंत्री हैं. अगर वह एक साक्षात्कार में ऐसा बयान देते हैं, तो स्वाभाविक है कि यह चिंतनीय और दुखद है.
अब्दुल्ला के हिसाब से चीन की आक्रमकता का कारण अनुच्छेद 370 का हटना है. जो चीन की विस्तारवाद की नीति को सही ठहरा रहा है. अब्दुल्ला का स्टेटमेंट देश विरोधी स्टेटमेंट है. देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी जहां देश को जोड़ने की बात कर रहे है, सबका साथ सबका विकास की बात कह रहे है. वहीं फारुख अब्दुल्ला जैसे नेता देश के भाई चारे को खत्म करने का काम कर रहे है. उन्होंने कहा कि धारा 370 नरेद्र मोदी के रहते नहीं हट सकती, ये ख्वाब देखना छोड़ दें अब्दुल्ला.