केकड़ी (अजमेर). जिले के केकड़ी में अवैध बजरी खनन के खिलाफ कार्रवाई करना भी पुलिस के बूते के बाहर नजर आ रहा है. यहां सावर थाना इलाके के बाजटा गांव के पास खारी नदी में अवैध बजरी खनन पर कार्रवाई के दौरान बजरी माफियाओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की (scuffle with police in ajmer) की और 6 ट्रैक्टर और 2 लोडर छुड़ा ले गए.
अजमेर की सावर पुलिस पर हमले (ajmer savar police attacked) की इस घटना के बाद सावर थाना पुलिस ने 6 से अधिक आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार सावर पुलिस को बाजटा के पास खारी नदी में अवैध बजरी खनन की शिकायत मिली थी. पुलिस का जाब्ता खारी नदी में उसी रास्ते से पहुंचा जिस रास्ते से अवैध बजरी खनन और परिवहन होता है. रास्ते में पुलिस का वाहन आ जाने से बजरी माफिया वाहनों को निकाल नहीं सके. लेकिन दुस्साहन दिखाते हुए उन्होंने पुलिस टीम के साथ धक्का-मुक्की की और पुलिस का वाहन रास्ते से हटाकर अपने वाहन ले भागे.
मौके पर बजरी माफियाओं की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस जाब्ता ज्यादा कुछ नहीं कर पाया. इसके बाद सावर पुलिस थाने से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा लेकिन बजरी माफिया टोंक जिले की सीमा में भाग चुके थे. बताया जा रहा है कि बजरी माफिया टोंक जिले के थे. ये अजमेर टोंक जिले की सीमा का फायदा उठाते हुए अवैध बजरी खनन करते हैं.
नामजद मामला दर्ज
इस घटना के बाद सावर पुलिस ने टोंक जिले के रामथला निवासी दुर्गालाल, हीरालाल, सांवरा, राजवीर, मनोज सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है. रिपोर्ट में बताया कि अवैध बजरी माफिया लाठी, सरियों व अन्य हथियारों से लैस होकर आए और पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की कर जब्त वाहन छुड़ा ले गए.
रामथला-बाजटा के पास होता है अवैध बजरी खनन
अजमेर व टोंक जिले की सरहद पर स्थित खारी नदी में बजरी माफिया सक्रिय हैं. यह उनके लिए मुफीद व सुरक्षित जगह है. यहां बजरी माफिया खुलेआम अवैध बजरी खनन करते हैं. कार्रवाई के लिए अजमेर जिले का प्रशासन आता है तो टोंक जिले की सीमा में भाग जाते हैं और टोंक जिले का प्रशासन आता है तो अजमेर जिले की सीमा में चले जाते हैं. इसलिए दो जिलों की सीमा पर खारी नदी का यह इलाका बजरी माफियाओं के लिए सुरक्षित जगह बना हुआ है. बजरी माफिया यहां से रात्रि में बजरी के वाहन भराते हैं.
कई बार बजरी माफिया कर चुके हैं हमले
सावर थाना इलाके में बजरी माफियाओं का एक संगठित गिरोह है जो काफी समय से बजरी का अवैध खनन कर चांदी कूट रहा है. पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई के दौरान ये माफिया संगठित (Organized gang of gravel mafia in Ajmer) होकर हमला करने से भी नहीं चूकते. बजरी माफियाओं ने राजस्व विभाग की टीम पर हमला कर 3 जनों को घायल कर दिया था. सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था.
इससे पहले भी बाजटा में प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान बजरी माफिया सावर पुलिस के साथ मारपीट कर चुके हैं. बजरी माफियाओं ने सावर में खनिज विभाग के फोरमेन को बंधक बना लिया था. फोरमेन ने चलते ट्रक से कूदकर बजरी माफियाओं के चंगुल से जान बचाई थी.