ETV Bharat / city

अजमेर : जमकर बरसे बदरा, सूखे तालाब और बांधों में पानी की आवक शुरू

अजमेर में शनिवार को जमकर मेघ बरसे और बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा. जिससे सूख रही फसलों को जीवनदान मिला है. पेयजल सकंट से जुझ रहे लोगों को इस बारिश ने राहत पहुंचाई है.

बांधो में पानी की आवक शुरू
author img

By

Published : Jul 28, 2019, 4:56 PM IST

अजमेर. जिले में काफी इंतजार के बाद आखिर मेघों ने चुप्पी तोड़ ही दी. शनिवार रात को मेघ जमकर बरसे. बारिश से कई तालाबों और बांधों में पानी की आवक हुई है. बारिश से किसानों की सूख रही फसलों को जीवनदान मिला है. वहीं पेयजल संकट से जूझ रहे जिले के वासियों को बारिश ने राहत पहुंचाई है. बताया जा रहा है कि जिले की लाइफलाइन बीसलपुर बांध में भी पानी की लगातार आवक बनी हुई है.

बांधो में पानी की आवक शुरू

अजमेर जिला इस वर्ष सूखे की कगार पर खड़ा था. जिले के सभी बांध और तालाब सूखे पड़े थे. अजमेर में पानी की किल्लत से लोग परेशान थे. वहीं किसानों ने फसल बो कर अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. 27 जुलाई की रात से अभी तक जिले में बारिश का दौर जारी है. बारिश से तालाब बांधों में पानी की आवक बनी हुई है बल्कि कई बांधों में चादर भी चल रही है.

जिले में मानसून की खास मेहरबानी से लोगों को राहत मिली है. जाहिर है 'जल है तो कल है' और 'जल बिना सब सून'. जिले में 1 जून से अभी तक 7558.3 एमएम बारिश हो चुकी है, इसमें कल रात से अभी तक 290.70 एमएम बारिश जिले में दर्ज की गई है.

बारिश से जिले में कुछ गांव उपखंड और शहर में निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों के घरों में भी पानी भर गया, लेकिन इसको बाढ़ के हालात नहीं कहा जा सकता. उम्मीद की जा रही है अगले 3 दिन जिले में मानसून की मेहरबानी इसी तरह बनी रहेगी.

अजमेर. जिले में काफी इंतजार के बाद आखिर मेघों ने चुप्पी तोड़ ही दी. शनिवार रात को मेघ जमकर बरसे. बारिश से कई तालाबों और बांधों में पानी की आवक हुई है. बारिश से किसानों की सूख रही फसलों को जीवनदान मिला है. वहीं पेयजल संकट से जूझ रहे जिले के वासियों को बारिश ने राहत पहुंचाई है. बताया जा रहा है कि जिले की लाइफलाइन बीसलपुर बांध में भी पानी की लगातार आवक बनी हुई है.

बांधो में पानी की आवक शुरू

अजमेर जिला इस वर्ष सूखे की कगार पर खड़ा था. जिले के सभी बांध और तालाब सूखे पड़े थे. अजमेर में पानी की किल्लत से लोग परेशान थे. वहीं किसानों ने फसल बो कर अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. 27 जुलाई की रात से अभी तक जिले में बारिश का दौर जारी है. बारिश से तालाब बांधों में पानी की आवक बनी हुई है बल्कि कई बांधों में चादर भी चल रही है.

जिले में मानसून की खास मेहरबानी से लोगों को राहत मिली है. जाहिर है 'जल है तो कल है' और 'जल बिना सब सून'. जिले में 1 जून से अभी तक 7558.3 एमएम बारिश हो चुकी है, इसमें कल रात से अभी तक 290.70 एमएम बारिश जिले में दर्ज की गई है.

बारिश से जिले में कुछ गांव उपखंड और शहर में निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों के घरों में भी पानी भर गया, लेकिन इसको बाढ़ के हालात नहीं कहा जा सकता. उम्मीद की जा रही है अगले 3 दिन जिले में मानसून की मेहरबानी इसी तरह बनी रहेगी.

Intro:अजमेर। जिले में काफी दर्शाने के बाद आखिर मेघों ने चुप्पी तोड़ ही दी जिले भर में अच्छी बारिश के समाचार हैं बारिश से कई तालाबों और बांधों में पानी की आवक बनी हुई है बारिश से किसानों की सूख रही फसलों को जीवनदान मिला है वहीं पेयजल संकट से जूझ रहे जिले के वासियों को बारिश ने राहत पहुंचाई है बताया जा रहा है कि जिले की लाइफलाइन बीसलपुर बांध में भी पानी की लगातार आवक बनी हुई है।

अजमेर जिला इस वर्ष सूखे की कगार पर खड़ा था जिले के सभी बांध और तालाब सूखे पड़े थे अजमेर में पानी की किल्लत से लोग परेशान थे वहीं किसानों ने फसल बो कर अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया था जिले में काफी लंबे समय के बाद दूल्हे में कोने बरस घर जिले पर मेहरबानी की है 27 जुलाई की रात से अभी तक जिले में बारिश का दौर जारी है बारिश से तालाब बांधों में पानी की आवक बनी हुई है बल्कि कई बांधों में चादर भी चल रही है जिले में मानसून की खास मेहरबानी से लोगों को राहत मिली है जाहिर है जल है तो कल है जल बिना सब सून जिले में 1 जून से अभी तक 7558.3 एमएम बारिश हो चुकी है इसमें कल रात से अभी तक 290.70 एमएम बारिश जिले में दर्ज की गई है।

जिले में बारिश का दौर जारी है बारिश से जिले में कुछ गांव उपखंड और शहर में निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों के घरों में भी पानी भर गया लेकिन इसको बाढ़ के हालात नहीं कहा जा सकता उम्मीद की जा रही है अगले 3 दिन जिले में मानसून की मेहरबानी इसी तरह बनी रहेगी। Body:प्रियांक शर्मा ईटीवी भारत अजमेरConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.