अजमेर. पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने सीएम अशोक गहलोत एवं शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर हमला बोला है. देवनानी ने आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों में भय व्याप्त कर रही है. उन्होंने बताया कि सरकार एडीएम के जरिए सरकारी कर्मचारियों से शपथ पत्र भरवा रही है कि वह आरएसएस की शाखा में जाते हैं कि नहीं. देवनानी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर शिक्षा का ढर्रा बिगाड़ने का आरोप लगाया है.
देवनानी ने अपने अजमेर आवास पर प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि गहलोत अपनी सरकार की विफलताओं को छुपाने के लिए राष्ट्रवादी सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन आरएसएस पर आरोप प्रत्यारोप पूरे वर्ष करते आए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश से एडीएम ने एक आदेश निकाला है, जिसमें पूछा गया है कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन आरएसएस का कार्यालय कहां है.
साथ ही कर्मचारियों से स्वघोषित शपथ पत्र भरवाया जा रहा है. जिसमें कि वह आरएसएस की शाखाओं में जाते हैं या नहीं. देवनानी ने इस कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने कहा कि आज तक 70 वर्षों में आरएसएस जैसी सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन के लिए किसी ने ऐसी जानकारी नहीं ली और ना ही शपथ पत्र भरवाए. यह पहली बार है.
जबकि इससे पहले जिस कानून का उल्लेख सन 1971 का किया जा रहा है, जिसमें 15 उच्च न्यायालयों ने समय-समय पर ऐसे मामलों में जब भी कार्रवाई देशभर में हुई उसको रद्द किया है. देवनानी ने आरोप लगाया है कि सरकार और जनता में गहलोत की कोई नहीं सुनता अब गहलोत अपने सरकारी कर्मचारियों पर भी लागू करने के लिए इस प्रकार का कृत्य कर रहे हैं.
देवनानी ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की कार्रवाई को नहीं रोका गया तो सड़क से लेकर विधानसभा तक इस मुद्दे को उठाया जाएगा. लेकिन ऐसी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीएम अशोक गहलोत पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि गहलोत से उनका मंत्रालय नहीं संभल रहा है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में पहले बीमारियां फैलती थी. पिछले 1 वर्ष में छठी बार रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल हुई है. उन्होंने कहा कि बीमारी से अब तक तो मनुष्य की जाने जाती थी, लेकिन अब पक्षी भी बीमारियों से मर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में रेप की घटनाएं हर रोज हो रही हैं, लेकिन सरकार उस पर ध्यान देने की बजाय अपनी कुर्सी बचाने में लगी है. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच की प्रतिस्पर्धा से जनता परेशान है और प्रदेश में असुरक्षा का माहौल बन गया है.
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देवनानी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस सत्र में शिक्षा का ढर्रा बिगड़ गया है. प्रदेश में कई स्कूलों में पांचवी और सातवीं कक्षा की पुस्तकें स्कूलों में नहीं पहुंची हैं. जबकि बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं. बच्चे पुस्तकों के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर हैं, वहीं उन्हें नई पुस्तकें मिलना तो दूर पुरानी पुस्तकें भी नहीं मिल पा रही हैं.
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है, जब बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बच्चे शिक्षक अभिभावक परेशान हो रहे हैं. देवनानी ने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री बीजेपी के सरकार के समय हुए कामों को पलटने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं.