अजमेर. अजमेर प्राइड समारोह स्थल में मंगलवार को भाजपा के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने नगर निगम चुनाव के संबंध में यूथ विंग के सदस्यों से मुलाकात की. इसमें युवाओं के समक्ष अपनी बात रखते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की मंशा को स्पष्ट किया. उन्होंने बताया कि पूरे कोरोना वायरस लॉकडाउन में जहां कांग्रेस के मंत्री, मुख्यमंत्री पिछले 10 महीनों से घर में बैठकर ही सरकार चलाते रहे. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने लोगों के बीच जाकर के तन मन धन से आमजन की सेवा की है.
साथ ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जरूरतमंद लोगों को भोजन पहुंचाया है. भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी राज्य के हर तबके के लोगों को सुविधाएं पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. हर प्रकार की आवश्यकताओं के लिए भरपूर धन केंद्र सरकार ने उपलब्ध कराया गया, परंतु कांग्रेस सरकार द्वारा इस धन को सिर्फ अपने नाम से ही उपयोग में लिया गया. कोई नया काम तो किया नहीं, उल्टा पहले की जारी सस्ते भोजन की योजना को बंद कर गरीबों के पेट पर लात मारी है.
अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पूरे देश में प्रधानमंत्री सभी गरीबों को स्वास्थ्य बीमा के तहत 5 लाख तक के इलाज की योजना चला रहे हैं, पर मुख्यमंत्री की जिद के कारण प्रदेश की जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. भोजन के पैकेट भी अपने नाम और फोटो चिपकाकर सिलेक्टेड लोगों तक ही वितरित किए गए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरे कार्यकाल के दौरान सिर्फ पार्टी के झगड़े मिटाने दिल्ली में कांग्रेस दल की मीटिंग में ही पहुंचे थे. इसके अलावा आमजन से मुलाकात से वह सदैव से ही दूर रहे.
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उन्होंने कहा कि चिकित्सा मंत्री भी सिर्फ निकाय चुनाव के दौरान जिला परिषद चुनाव के दौरान ही आमजन से मिले, बाकी वे भी सदैव घर में बैठकर सरकार चलाते रहे. कांग्रेसी सरकार ने कोरोना जैसी महामारी के चलते जैसी तत्परता जिम्मेदारी एक प्रशासक होने के नाते किसी सरकार को दिखानी चाहिए थी, वैसी नहीं दिखा करके यह साबित कर दिया है कि यह डरपोक सरकार है. जनता की रक्षा करने में अक्षम सरकार है, इसलिए आगामी निकाय चुनावों में इनका बहिष्कार किया ही जाना चाहिए.