अजमेर. नगर निगम ने खुले में शौच करने वालों के खिलाफ मुहिम शुरू की है. निगम के इंस्पेक्टर और सफाई कर्मी खुले में शौच जाने वाले लोगों को पकड़ कर कार्रवाई करेंगे. इसके लिए शहर में उन स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है जहां लोग शौच के लिए जाते हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को जागरूक भी किया जाएगा.
नगर निगम के उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि अजमेर शहर ओडीएफ घोषित हो चुका है. शहर में बड़ी संख्या में शौचालय ओडीएफ के तहत बनाए गए थे. रलावता ने कहा कि बावजूद इसके लोग खुले में शौच जाने की आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. जबकि लोगों को सार्वजनिक शौचालय और सुलभ कॉम्प्लेक्स का प्रयोग करना चाहिए. खुले में शौच जाने वाले लोगों के खिलाफ नगर निगम ने कमर कस ली है.
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उन्होंने बताया कि नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशन में सेनेटरी इंस्पेक्टरों की अलग-अलग टीमें बना दी गई हैं. खुले में शौच करते यदि कोई पाया गया तो उसके खिलाफ 500 रुपए जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी. जरूरत पड़ी तो उसके खिलाफ थाने में एफआईआर भी दर्ज की करवाई जाएगी.
उपायुक्त ने बताया कि सेफ्टी टैंक खाली करने वाले ठेकेदारों को भी सूचित किया गया है कि वह टैंक का मलबा सीवर लाइन में या खुले क्षेत्र में ना डालें. इसके लिए नगर निगम के दो ट्रीटमेंट प्लांट हैं जहां वह सेफ्टी टैंक से निकाला गया मलबा खाली कर सकते हैं. ऐसा नहीं करने पर ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी.