अजमेर. नशीली दवाओं के शातिर सौदागर श्यामसुंदर मूंदड़ा को गिरफ्तार करने में अजमेर पुलिस को आखिरकार कामयाबी मिल ही गई. श्यामसुंदर मूंदड़ा ने अपने फरारी के दिन न सिर्फ राजस्थान में बल्कि राजस्थान के बाहर भी बताए हैं, बावजूद इसके मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर अजमेर पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार कर ही लिया.
मामले का खुलासा
श्यामसुंदर मूंदड़ा गिरफ्तारी को लेकर मीडिया से मुखातिब होते हुए अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने बताया कि जयपुर में नशीली दवाओं की खेप पकड़े जाने के बाद इस कारोबार में अजमेर निवासी श्याम सुंदर मूंदड़ा का नाम भी सामने आया था. जयपुर पुलिस की सूचना पर रामगंज थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 23 मई को नशीली दवाओं की एक बड़ी खेप पकड़ी और एनडीपीसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. इस दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद इस मामले की जांच क्लॉक टावर थाना अधिकारी को सौंप दी गई.
आरोपी की सरगर्मी से तलाश
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अजमेर सीओ साउथ मुकेश सोनी को इस मामले का जांच अधिकारी बनाया, जिनके नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन किया गया. इस स्पेशल टीम में रामगंज थाना अधिकारी क्लॉक टावर थाना अधिकारी अलवर गेट थाना अधिकारी के साथ डीएसपी प्रभारी और उनकी टीम को भी शामिल किया गया. इस टीम ने जनता के साथ तफ्तीश शुरू कर दी.
जिसका नतीजा यह रहा कि 1 जून को स्पेशल टीम ने बोगस ग्राहक बनकर नशीली दवाओं की एक और बड़ी खेप को पकड़ने में कामयाबी हासिल की. इस दौरान दोनों बार की कार्रवाई में आरोपी श्यामसुंदर मूंदड़ा का नाम सामने आया. जिस पर पुलिस ने श्यामसुंदर मूंदड़ा के संभावित ठिकानों पर दबिश देते हुए सरगर्मी के साथ उसकी तलाश शुरू कर दी.
श्यामसुंदर मुंडा ने गुनाह कुबूला
अजमेर सीओ साउथ मुकेश सोनी के नेतृत्व में गठित की गई थी. लगातार मूंदड़ा की तलाश में जुटी हुई थी. शुक्रवार 11 जून को टीम के हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि श्यामसुंदर मूंदड़ा नागौर जिले के मेड़ता सिटी में है.
सूचना मिलते ही स्पेशल टीम में शामिल चारों एसएचओ के साथ ही डीएससी टीम ने आरोपी श्यामसुंदर मुंडा को मेड़ता सिटी से रात को ही दस्तयाब कर लिया. आरोपी को रामगंज थाने में दर्ज मुकदमे के अंतर्गत गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, तो उसने इस कारोबार में शामिल होने की बात को कुबूल कर लिया. फिलहाल पुलिस आरोपी से आगे की पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेगी. रिमांड के दौरान उससे कई बातों का खुलासा होने की उम्मीद है.
पढ़ें- Recruitment : 25 जुलाई को होगी जिला जज कैडर की प्रारंभिक परीक्षा, यहां से डाउनलोड करें प्रवेश पत्र
रिमांड के दौरान होंगे कई अहम खुलासे
एसपी शर्मा ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ के दौरान वह कब से धंधे में लिप्त है, किस से माल खरीदा था, उसने कब-कब किस किस को माल बेचा, किन माध्यमों के जरिए वह इस कारोबार का संचालन कर रहा था. इन सभी सवालों की पूछताछ की जाएगी. हालांकि आरोपी नशीली दवाओं की सप्लाई अजमेर के बाहर करने की बात कुबूल कर चुका है और उसने करीब सवा साल से इस कारोबार में जुड़े रहना कुबूल किया है.