अजमेर. राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. लेकिन जैसे-जैसे गर्मी का मौसम चरम पर पहुंच रहा है अजमेर शहर में लोगों की प्यास बुझाना प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है. परेशानियों का आलम यह है शहर के दूरदराज के इलाकों में ना तो पाइपलाइन पहुंची है ना ही बस्तियों में नल कनेक्शन है. जलदाय विभाग द्वारा पानी का प्रेशर कम दिए जाने की शिकायत तो कई क्षेत्रवासी वर्षों से कर रहे हैं लेकिन नतीजा नहीं बदला.
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अजमेर के रीजनल कॉलेज चौराहे पर एक युवक पानी के वॉल्व से पानी भरता नजर आया. शहर के इस क्षेत्र में कई घरों में नल के कनेक्शन तक नहीं हैं. ऐसे में आम जनता को पीने का पानी का इंतजाम करने के लिए रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही देखने को मिला पृथ्वीराज नगर में. जहां घरों में नल कनेक्शन तक नहीं है. जब पानी का टैंकर आता है तो लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. बच्चे, महिलाएं, बूढ़े सभी पानी के लिए कतारों में लगे नजर आते हैं.
पृथ्वीराज नगर की रहने वाली ममता बताती हैं कि पानी का टैंकर भी रोजाना नहीं आता है. लेकिन जब भी आता है तो लोगों की लंबी लाइनें लग जाती हैं. ऐसे में कोरोना के संक्रमण फैलने का खतरा ओर बढ़ जाता है. अजमेर में वर्षों से लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई स्थाई हल इसका नहीं निकाला है.