ETV Bharat / city

व्यक्तिगत लापरवाही से ही संक्रमित हो रहे है लोग: डॉ. संजीव माहेश्वरी

author img

By

Published : Jul 4, 2020, 6:50 PM IST

अजमेर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय है. तो वहीं अनलॉक के बाद लोग लापरवाह भी हो गए है. इस मामले में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राचार्य डॉ. संजीव माहेश्वरी ने बताया कि हमारी सावधानी ही हमें कोरोना संक्रमण से बचा सकती है.

अजमेर में कोरोना,  कोरोना से बचाव,  ajmer news,  rajasthan news,  etvbharat news,  rajasthan hindi news,  डॉ संजीव माहेश्वरी अजमेर, corona in rajasthan
डॉ. संजीव माहेश्वरी

अजमेर. अजमेर में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की रिकवरी दर राजस्थान की रिकवरी दर से बेहतर है. लेकिन सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि अनलॉक के बाद लोग लापरवाह हो गए है. साथ ही जनता पहले की तरह ही जिंदगी जी रही है और कोविड 19 की गाइडलाइन को अनदेखा कर रही है. यही वजह है कि जिले में लगातार कोरोना के मरीजों में इजाफा हो रहा है. वहीं इस बारे में ईटीवी भारत ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राचार्य डॉ. संजीव माहेश्वरी से बातचीत की.

हमारी सावधानी ही हमें कोरोना संक्रमण से बचा सकती है

डॉ. संजीव माहेश्वरी का कहना है कि दो व्यक्ति या इससे अधिक लोग कही भी मिले तो मास्क लगाना ना भूले. मास्क को वैसे ही जिंदगी का हिस्सा बना ले जैसे बाथरूम में नहाने के बाद हर व्यक्ति कपड़े पहनता है. वैसे ही घर से निकलने से पहले मास्क लगाना नहीं भूले.

पढ़ेंः अजमेर: केकड़ी में तेज अंधड़ के साथ बारिश, शहर के निचले इलाकों में भरा पानी

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि, व्यक्ति की लापरवाही ही उसे कोरोना संक्रमित बनाती है. लोगों में कोरोना का डर दूर हुआ है, लोग पहले जैसी सामान्य जिंदगी जीने लगे है. मगर वह भूल रहे है कि, सामान्य जिंदगी जीए लेकिन इन शर्तो के साथ कि उन्हें सबसे पहले कोरोना संक्रमण से अपना बचाव करना है.

डॉ. संजीव ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में उपचारत 18 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. हम सबके लिए एक एक जिंदगी कीमती है. हम सबको यह समझना होगा कि एक परिवार से यदि एक व्यक्ति को कोरोना हो जाता है और दुर्भाग्य से उसकी मौत हो जाती है, तो पूरा परिवार अस्त व्यस्त हो जाता है. ऐसे में लोगों को अब ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. वहीं दूसरों को बचाने से पहले स्वयं को बचाना ज्यादा जरूरी है.

पढ़ेंः बाल संरक्षण आयोग की सदस्य ने अधिकारियों संग की बैठक, स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर दिया जोर

संजीव माहेश्वरी ने जेएलएन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के 3 चिकित्सकों और करीब 10 नर्सिंग कर्मियों को कोरोना होने के सवाल पर कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी सबसे ज्यादा रिस्क पर रहते है. मरीजों के साथ उनका सीधा जुड़ाव रहता है. यहीं वजह है कि किसी न किसी कारणवश वह संक्रमण का शिकार हुए है.

डॉ. माहेश्वरी ने कहा कि मेरा मानना है कि, ज्यादात्तर लोग अपनी लापरवाही से संक्रमित होते है. कोरोना के बचाव को लेकर किये जा रहे कार्य निष्फल नहीं हुए बल्कि लोग लापरवाह हो रहे है. साथ ही कहा कि अस्पताल में 27 कोरोना के मरीज भर्ती है, इनमें 2 की हालत गंभीर है. वहीं कोविड केयर सेंटर में मरीज ठीक है.

अजमेर. अजमेर में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की रिकवरी दर राजस्थान की रिकवरी दर से बेहतर है. लेकिन सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि अनलॉक के बाद लोग लापरवाह हो गए है. साथ ही जनता पहले की तरह ही जिंदगी जी रही है और कोविड 19 की गाइडलाइन को अनदेखा कर रही है. यही वजह है कि जिले में लगातार कोरोना के मरीजों में इजाफा हो रहा है. वहीं इस बारे में ईटीवी भारत ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राचार्य डॉ. संजीव माहेश्वरी से बातचीत की.

हमारी सावधानी ही हमें कोरोना संक्रमण से बचा सकती है

डॉ. संजीव माहेश्वरी का कहना है कि दो व्यक्ति या इससे अधिक लोग कही भी मिले तो मास्क लगाना ना भूले. मास्क को वैसे ही जिंदगी का हिस्सा बना ले जैसे बाथरूम में नहाने के बाद हर व्यक्ति कपड़े पहनता है. वैसे ही घर से निकलने से पहले मास्क लगाना नहीं भूले.

पढ़ेंः अजमेर: केकड़ी में तेज अंधड़ के साथ बारिश, शहर के निचले इलाकों में भरा पानी

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि, व्यक्ति की लापरवाही ही उसे कोरोना संक्रमित बनाती है. लोगों में कोरोना का डर दूर हुआ है, लोग पहले जैसी सामान्य जिंदगी जीने लगे है. मगर वह भूल रहे है कि, सामान्य जिंदगी जीए लेकिन इन शर्तो के साथ कि उन्हें सबसे पहले कोरोना संक्रमण से अपना बचाव करना है.

डॉ. संजीव ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में उपचारत 18 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. हम सबके लिए एक एक जिंदगी कीमती है. हम सबको यह समझना होगा कि एक परिवार से यदि एक व्यक्ति को कोरोना हो जाता है और दुर्भाग्य से उसकी मौत हो जाती है, तो पूरा परिवार अस्त व्यस्त हो जाता है. ऐसे में लोगों को अब ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. वहीं दूसरों को बचाने से पहले स्वयं को बचाना ज्यादा जरूरी है.

पढ़ेंः बाल संरक्षण आयोग की सदस्य ने अधिकारियों संग की बैठक, स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर दिया जोर

संजीव माहेश्वरी ने जेएलएन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के 3 चिकित्सकों और करीब 10 नर्सिंग कर्मियों को कोरोना होने के सवाल पर कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी सबसे ज्यादा रिस्क पर रहते है. मरीजों के साथ उनका सीधा जुड़ाव रहता है. यहीं वजह है कि किसी न किसी कारणवश वह संक्रमण का शिकार हुए है.

डॉ. माहेश्वरी ने कहा कि मेरा मानना है कि, ज्यादात्तर लोग अपनी लापरवाही से संक्रमित होते है. कोरोना के बचाव को लेकर किये जा रहे कार्य निष्फल नहीं हुए बल्कि लोग लापरवाह हो रहे है. साथ ही कहा कि अस्पताल में 27 कोरोना के मरीज भर्ती है, इनमें 2 की हालत गंभीर है. वहीं कोविड केयर सेंटर में मरीज ठीक है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.