अजमेर. कांग्रेस पार्षद सुनील धानका ने बताया कि 30 दिसंबर को मदार स्थित मेथोडिस्ट चर्च की दीवार तोड़ने को लेकर ईसाई समुदाय के लोगों ने मौके पर इकट्ठा होकर कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. अजमेर विकास प्राधिकरण का एक दस्ता दीवार तोड़ने के लिए मौके पर पंहुचा था.
इस दौरान ईसाई समुदाय के लोगों ने उसे फोन करके मौके पर बुलाया था. मौके पर पहुंचने के बाद अजमेर विकास प्राधिकरण के चयन से जब उन्होंने पूछा कि कार्रवाई से संबंधित कोई और आर्डर दिया दस्तावेज है तो बताएं. लेकिन एडीए के दस्ते के पास कोई दस्तावेज नहीं थे. मौके पर विवाद की स्थिति उत्पन्न पर मामले को शांत करवाने की कोशिश की गई.
इस दौरान जिला प्रशासन और पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग की गई. बुधवार शाम को अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके इस मामले में अपने आप को दूर रखने की हिदायत दी. साथ ही गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने के लिए धमकी (Threat to Congress councilor in Ajmer) दी. इस घटना की सभी कांग्रेसी पार्षदों ने कड़ी निंदा (Ajmer Congress councilor ruckus ) की है. वहीं धमकी देने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की एसपी से मांग की है.
कांग्रेस के पार्षद द्रोपदी कोली ने कहा कि पार्षदों को अपने क्षेत्र में आमजन के सहयोग के लिए जाना पड़ता है ऐसे में यदि असामाजिक तत्व पार्षदों को धमका आएंगे तो कैसे पार्षद आमजन के सहयोग के लिए सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि धमकी देने वाले अज्ञात व्यक्ति को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे, ताकि जनप्रतिनिधियों और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रहे.