अजमेर. अजमेर जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा और कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से मुलाकात करने पहुंचे. जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ ने बताया कि फालतू का समय सुबह 7 से 1 बजे तक का है. इस दौरान वकीलों का आवागमन रहता है. 11 बजे के बाद लॉकडाउन की स्थिति हो जाती है. 1 बजे अपना काम निपटा कर वकील वापस अपने घर लौटते हैं. इस दौरान आवागमन में वकीलों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस शहर में विभिन्न जगहों पर खड़ी है जहां वकीलों को रोका जाता है.
राठौड़ ने मांग की है कि वकीलों को आवागमन के दौरान नहीं रोका जाए. ताकि न्याय कार्य सुगमता से हो सके. जिला बार एसोसिएशन की ओर से पुलिस थाना क्रिश्चियन गंज के एएसआई कानाराम के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ ने बताया कि 26 अप्रैल को दोपहर 2 बजे एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आनंद सागर जिनके पिता की 4 दिन पहले ही कोरोना से मौत हुई थी उनके परिवार में अन्य संबंधी भी कोरोना पॉजिटिव होने के कारण उनका इलाज क्षेत्रपाल हॉस्पिटल में किया जा रहा था वहां से भी उन्हें जवाब देने के कारण एक परिजन को वो जेएलएन अस्पताल में एंबुलेंस के जरिए लेकर आ रहे थे. एंबुलेंस में आनंद सागर की पत्नी जो कि स्वयं नर्स है वह भी पीछे अपने पति के साथ अन्य वाहन में चल रही थी इस दौरान वैशाली नगर स्टेट बैंक ऑफ बड़ौदा चौराहा पर पुलिस थाना किशनगंज के एएसआई काना राम जाखड़ ने एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आनंद सागर को रोका.
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इस दौरान आनंद सागर की ओर से पूरी घटना की जानकारी देने के बावजूद उनसे एक गाड़ी के दस्तावेज मांगे गए जो उन्होंने अपने मोबाइल से दिखा दिए. वकील आनंद सागर ने मेडिकल इमरजेंसी होने का हवाला भी दिया. लेकिन यह साई कानाराम नहीं माना. मौके पर थानाधिकारी भी पहुंच गए तब भी उनकी बात नहीं मानी और अनावश्यक दुर्व्यवहार किया. इस दौरान कानाराम ने वाहन का चालान बना दिया और वाहन को सीज कर लिया. एएसआई कानाराम के इस कृत्य से वकीलों में रोष व्याप्त है. राठौर ने बताया कि एसपी से मोबाइल पर पूरी जानकारी दी गई है साथ ही लिखित में भी कार्रवाई के लिए दिया गया है.