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अजमेर में तीन स्थानों पर हुआ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन - Corona Vaccine Dry Run in ajmer

अजमेर में कोरोना वैक्सीन को लेकर दूसरी बार तीन जगहों पर ड्राइ रन किया जा रहा है. ड्राई रन में जेएलएन अस्पताल के कर्मी और हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाने की ट्रायल ली गई.

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अजमेर में तीन स्थानों पर हुआ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन
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Published : Jan 8, 2021, 10:52 PM IST

अजमेर. शहर में कोरोना वैक्सीन को लेकर दूसरी बार तीन जगहों पर ड्राइ रन किया जा रहा है. ड्राई रन में जेएलएन अस्पताल के कर्मी और हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाने की ट्रायल ली गई. बताया जा रहा है कि अजमेर में वैक्सीन आने पर 200 स्थानों पर वैक्सीन लगाई जाएगी. प्रत्येक स्थान पर प्रतिदिन दो लोगों को वैक्सीन लगेगी. वैक्सीन आने पर प्रथम चरण में जिले के करीब 19 हजार हेल्थ वर्कर्स को लगाई जाएगी.

अजमेर में तीन स्थानों पर हुआ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

जिले में कोरोना वैक्सीन के लिए दूसरी बार जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग ने ड्राई रन 3 स्थानों पर शुक्रवार को किया जा रहा है. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग को स्थाई रूप से कोरोना वैक्सीन सेंटर बनाया गया है. यानी, वैक्सीन आने के बाद यूरोलॉजी विभाग के भवन का उपयोग कोरोना का टीकाकरण करने में उपयोग लिया जाएगा. इससे पहले तक यूरोलॉजी विभाग का उपयोग कोरोना काल में कोरोना वार्ड के रूप में किया जा रहा था.

जेएलएन अस्पताल के स्टाफ और नर्सिंग कर्मियों को ड्राई रन में शामिल किया गया है. सहायक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता के सुपरविजन में कोरोना का ड्राई रन रखा गया. कोरोना ड्राई रन में सर्वप्रथम पंजीयन करवाने से पहले वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति को अपना परिचय पत्र दिखाना आवश्यक है. इसके बाद भीतर प्रवेश दिया जाएगा. तत्पश्चात भीतर व्यक्ति का पंजीयन कंप्यूटर पर किया जाएगा.

इसके बाद वेटिंग रूम में अपनी बारी का इंतजार करना होगा. नंबर आने पर व्यक्ति को टीकाकरण कक्ष में जाना होगा जहां. उपस्थित स्टाफ व्यक्ति को टीकाकरण से संबंधित जानकारी देंगे और टीकाकरण के लिए व्यक्ति को प्रोत्साहित भी करेंगे. इसके अलावा टीकाकरण के बाद होने वाली दिक्कतों के बारे में भी भली-भांति समझाया जाएगा. टीकाकरण के उपरांत ऑब्जरवेशन रूम में व्यक्ति को आधे घंटे रहना होगा. इस दौरान यदि कोई भी साइड इफेक्ट व्यक्ति में आते हैं तो ऑब्जर्वेशन रूम में पहले से तैनात मेडिकल टीम मौके पर ही व्यक्ति का इलाज करेगी.

पढ़ें: निकाय चुनाव : बेनीवाल किसान आंदोलन में व्यस्त...चुनाव के लिए RLP की तैयारी कमजोर

इसके लिए ऑब्जर्वेशन रूम में दो बेड ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और आवश्यक उपकरण और दवाएं हमेशा मौजूद रहेंगी. जेएलएन अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि टीकाकरण के पश्चात दूसरी डोज 28 दिन के बाद लगेगी. इसके लिए व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से संदेश भेजा जाएगा. दूसरे वैक्सीन के लिए मोबाइल पर भेजा गया संदेश दिखाना अनिवार्य होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के समस्त 5 हजार चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों को वैक्सीन आने पर यूरोलॉजी विभाग में टीकाकरण होगा. बता दें कि इस प्रकार से पुष्कर रोड स्थित मित्तल अस्पताल और सुरसुरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्राई रन रखा गया है. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग वैक्सीन आने से पूर्व युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है. इसके तहत प्रशिक्षण और व्यवस्थाएं की जा रही हैं.

अजमेर. शहर में कोरोना वैक्सीन को लेकर दूसरी बार तीन जगहों पर ड्राइ रन किया जा रहा है. ड्राई रन में जेएलएन अस्पताल के कर्मी और हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाने की ट्रायल ली गई. बताया जा रहा है कि अजमेर में वैक्सीन आने पर 200 स्थानों पर वैक्सीन लगाई जाएगी. प्रत्येक स्थान पर प्रतिदिन दो लोगों को वैक्सीन लगेगी. वैक्सीन आने पर प्रथम चरण में जिले के करीब 19 हजार हेल्थ वर्कर्स को लगाई जाएगी.

अजमेर में तीन स्थानों पर हुआ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

जिले में कोरोना वैक्सीन के लिए दूसरी बार जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग ने ड्राई रन 3 स्थानों पर शुक्रवार को किया जा रहा है. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग को स्थाई रूप से कोरोना वैक्सीन सेंटर बनाया गया है. यानी, वैक्सीन आने के बाद यूरोलॉजी विभाग के भवन का उपयोग कोरोना का टीकाकरण करने में उपयोग लिया जाएगा. इससे पहले तक यूरोलॉजी विभाग का उपयोग कोरोना काल में कोरोना वार्ड के रूप में किया जा रहा था.

जेएलएन अस्पताल के स्टाफ और नर्सिंग कर्मियों को ड्राई रन में शामिल किया गया है. सहायक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता के सुपरविजन में कोरोना का ड्राई रन रखा गया. कोरोना ड्राई रन में सर्वप्रथम पंजीयन करवाने से पहले वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्ति को अपना परिचय पत्र दिखाना आवश्यक है. इसके बाद भीतर प्रवेश दिया जाएगा. तत्पश्चात भीतर व्यक्ति का पंजीयन कंप्यूटर पर किया जाएगा.

इसके बाद वेटिंग रूम में अपनी बारी का इंतजार करना होगा. नंबर आने पर व्यक्ति को टीकाकरण कक्ष में जाना होगा जहां. उपस्थित स्टाफ व्यक्ति को टीकाकरण से संबंधित जानकारी देंगे और टीकाकरण के लिए व्यक्ति को प्रोत्साहित भी करेंगे. इसके अलावा टीकाकरण के बाद होने वाली दिक्कतों के बारे में भी भली-भांति समझाया जाएगा. टीकाकरण के उपरांत ऑब्जरवेशन रूम में व्यक्ति को आधे घंटे रहना होगा. इस दौरान यदि कोई भी साइड इफेक्ट व्यक्ति में आते हैं तो ऑब्जर्वेशन रूम में पहले से तैनात मेडिकल टीम मौके पर ही व्यक्ति का इलाज करेगी.

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इसके लिए ऑब्जर्वेशन रूम में दो बेड ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और आवश्यक उपकरण और दवाएं हमेशा मौजूद रहेंगी. जेएलएन अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि टीकाकरण के पश्चात दूसरी डोज 28 दिन के बाद लगेगी. इसके लिए व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से संदेश भेजा जाएगा. दूसरे वैक्सीन के लिए मोबाइल पर भेजा गया संदेश दिखाना अनिवार्य होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के समस्त 5 हजार चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों को वैक्सीन आने पर यूरोलॉजी विभाग में टीकाकरण होगा. बता दें कि इस प्रकार से पुष्कर रोड स्थित मित्तल अस्पताल और सुरसुरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्राई रन रखा गया है. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग वैक्सीन आने से पूर्व युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है. इसके तहत प्रशिक्षण और व्यवस्थाएं की जा रही हैं.

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