अजमेर. जहां एक ओर प्रदेश में कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे है. वहीं, प्रदेश के अजमेर में कोरोना का छठा मरीज सामने आया है. यह मरीज रेल म्युजियम में प्रशासन की ओर से बनाए गए शेल्टर होम में मिला, जहां 174 श्रमिक और खानाबदोश लोगों को रखा गया था. इस लिहाज से संक्रमण के फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता और यदि ऐसा होता है तो अजमेर भी कोरोना के लिए हॉटस्पॉट बनने की ओर अग्रसर हो जाएगा. इस बात की आशंका से प्रशासन के भी हाथ पैर फुल गए है.
बता दें कि 27 मार्च के बाद कोरोना से बचाव को लेकर जो तैयारियां की गई थी, उससे लग रहा था कि अजमेर जल्द ही कोरोना मुक्त बन जाएगा और यहां सरकार की मंशा के अनुरूप कुछ उद्योग धंधों को भी छूट मिल जाएगी. आमजन भी इस उम्मीद में था कि रोजगार की दिशा में कुछ राहत उन्हें मिलेगी, लेकिन अजमेर में कोरोना के छठे मरीज के सामने आने से ना केवल प्रशासन के बल्कि लोगों के भी होश उड़ गए.
पढ़ें- संकट की साथीः निःशुल्क मास्क देकर जरूरतमंदों की सेवा कर रहीं लक्ष्मी
दरअसल, 27 मार्च को जब पहला मरीज मिला तो उसके साथ उसके परिवार के 5 सदस्य की जांच रिपोर्ट सामने आई. गनीमत रही कि संक्रमण परिवार तक ही सीमित रहा, पांचों का इलाज जयपुर में चल रहा था और उनके स्वास्थ्य को लेकर सुखद समाचार भी मिल रहे थे. इसके 20 दिन बाद छठे मरीज के सामने आने से कम्युनिटी संक्रमण का अंदेशा भी बढ़ गया है.
बताया जा रहा है कि चांदनी चौक खारी बावड़ी फतेहपुरी मस्जिद के सामने पुरानी दिल्ली निवासी 22 वर्षीय युवक 9 मार्च से अजमेर में था. इस दौरान वह रेलवे स्टेशन के आस-पास खानाबदोश की तरह रहता था, उसका मूवमेन्ट आजाद पार्क तक था. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने उसे जीसीए कॉलेज में पहले से बने शेल्टर होम में रखा था. इसके बाद नावेद को रेलवे म्यूजियम शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया. बीते 14 अप्रैल को उसे संदिग्ध मानकर जेएलएन अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसकी जांच की गई और गुरुवार को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. इसके साथ ही कलेक्टर कि माने तो शेल्टर होम में उसके अतिरिक्त रहने वाले 173 लोगों की जांच प्रोसेसिंग की जा रही है. वहीं, एक टीम ट्रैवल हिस्ट्री जानने में जुटी हुई है.
इसके साथ ही शेल्टर होम में रह रहे लोगों को खाद्य सामग्री प्रशासन और दानदाताओं के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही थी. ऐसे में उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा हैं. जानकारी यह भी है कि रेलवे म्यूजियम में बने शेल्टर होम की दीवारें छोटी होने की वजह से कई लोग बाहर भी निकल गए थे. इस कारण चिंता और भी बढ़ गई है. एतिहातन तौर पर रेलवे म्यूजियम को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. वही उसके आसपास के क्षेत्र जीरो मोबिलिटी बन गया है.
पढ़ें- अजमेर सरस डेयरी ने पशुपालकों को नुकसान से बचाया, दिल्ली मदर डेयरी को नहीं बेचा दूध
बता दें कि अजमेर में कोरोना पॉजिटिव मरीज का आंकड़ा 6 हो गया है. जेएलएन अस्पताल में 118 मरीजों के सैंपल 15 अप्रैल को लिए गए थे, जिनमें से 97 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है, इनमें से एक रिपोर्ट पॉजिटिव और 96 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है, बाकि शेष के सैंपल प्रोसेसिंग में है. इसके अलावा कोविड-19 सस्पेक्ट वार्ड में 55 मरीज भर्ती हैं, जिनके जांच नमूने लिए गए हैं. वहीं, गुरुवार हुए संदिग्ध की श्रेणी में आए 173 लोगों की जांच रिपोर्ट भी आना बाकी है.