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अजमेर: ग्रामीणों के सामने घुटनों पर नजर आया कोरोना, शहरियों को बनाया निशाना - ग्रामीण की इम्युनिटी पावर अधिक

कोरोना से डरें नहीं, लड़ें...लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्क करतीं ये पंक्तियां अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों पर सटीक बैठती है. व्यवस्थित खान-पान और दिनचर्या की बदौलत अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर ग्रामीणों ने कोरोना को अपने आप से दूर ही रखा. यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण कम फैला जबकि शहरी इलाकों में सावधानी और सतर्कता के बाद भी बड़ी संख्या में पॉजिटिव केस पाए गए हैं.

only 10 % villagers effected in ajmer, अजमेर के ग्रामीणों पर कम रही कोरोना प्रभाव
ग्रामीणों के आगे बेबस हुआ कोरोना
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Published : Jan 14, 2021, 4:05 PM IST

अजमेर. कोरोना से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा है. अजमेर का शहरी क्षेत्र इस महामारी से ज्यादा प्रभावित रहा है जबकि ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मामले कम नजर आए. विशेषज्ञों की माने तो ग्रामीण इलाकों का शुद्ध वातावरण और ग्रामीणों की मजबूत इम्यूनिटी पावर के चलते ही यहां कोरोना का प्रकोप कम पाया गया. जिले के कुल कोरोना संक्रमितों में से मात्र 10 फीसदी मामले ही ग्रामीण क्षेत्रों में सामने आए हैं. जबकि दो तीन प्रमुख शहरों में आंकड़ा 80% से अधिक पाया गया है.

ग्रामीण की इम्युनिटी पावर अधिक

जिले में कोरोना के करीब 2 लाख 39 हजार सैंपल लिए गए थे जिनमें 16 हजार पांच सौ से अधिक की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो वहां ना तो कोरोना का इतना ज्यादा डर रहा और ना इतने ज्यादा मामले सामने आए हैं. चिकित्सकों के आंकड़ों के अनुसार गांव, कस्बों में रहने वाले कम ही लोग संक्रमित पाए गए हैं उनके खान-पान रहन-सहन और कुछ हद तक सावधानी बरतने से उनमें संक्रमण नहीं फैल सका. वहीं कुल 16 हजार 525 संक्रमित केस में शहरी क्षेत्र में 14 हजार 772 मामले पॉजिटिव आए हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के मात्र 1 हजार 754 मामले सामने आए हैं.

यह भी पढ़ें: स्पेशल: लहलहाती सरसों के बीच खेतों में बिछी पीली चादर, धरतीपुत्रों को अच्छी उपज की उम्मीद

ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की स्थिति

शहरी क्षेत्र

14772 पॉजिटिव केस
14262 रिकवर
89.9% पॉजिटिव रेट

ग्रामीण क्षेत्र

1754 पॉजिटिव केस
1673 रिकवर

10.11% पॉजिटिव रेट

सर्दी, जुखाम-बुखार के मरीज भी 27% पॉजिटिव

अस्पतालों की ओपीडी में की गई संदिग्ध मरीजों की जांच व सैंपल में करीब 27% की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इनमें 17 हजार 210 कुल सैंपल में से 4 हजार 497 पॉजिटिव के सामने आए अगर इनका पॉजिटिव प्रतिशत देखा जाए तो वह 27.21% तक पहुंच गया है.

अजमेर. कोरोना से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा है. अजमेर का शहरी क्षेत्र इस महामारी से ज्यादा प्रभावित रहा है जबकि ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मामले कम नजर आए. विशेषज्ञों की माने तो ग्रामीण इलाकों का शुद्ध वातावरण और ग्रामीणों की मजबूत इम्यूनिटी पावर के चलते ही यहां कोरोना का प्रकोप कम पाया गया. जिले के कुल कोरोना संक्रमितों में से मात्र 10 फीसदी मामले ही ग्रामीण क्षेत्रों में सामने आए हैं. जबकि दो तीन प्रमुख शहरों में आंकड़ा 80% से अधिक पाया गया है.

ग्रामीण की इम्युनिटी पावर अधिक

जिले में कोरोना के करीब 2 लाख 39 हजार सैंपल लिए गए थे जिनमें 16 हजार पांच सौ से अधिक की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो वहां ना तो कोरोना का इतना ज्यादा डर रहा और ना इतने ज्यादा मामले सामने आए हैं. चिकित्सकों के आंकड़ों के अनुसार गांव, कस्बों में रहने वाले कम ही लोग संक्रमित पाए गए हैं उनके खान-पान रहन-सहन और कुछ हद तक सावधानी बरतने से उनमें संक्रमण नहीं फैल सका. वहीं कुल 16 हजार 525 संक्रमित केस में शहरी क्षेत्र में 14 हजार 772 मामले पॉजिटिव आए हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के मात्र 1 हजार 754 मामले सामने आए हैं.

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ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की स्थिति

शहरी क्षेत्र

14772 पॉजिटिव केस
14262 रिकवर
89.9% पॉजिटिव रेट

ग्रामीण क्षेत्र

1754 पॉजिटिव केस
1673 रिकवर

10.11% पॉजिटिव रेट

सर्दी, जुखाम-बुखार के मरीज भी 27% पॉजिटिव

अस्पतालों की ओपीडी में की गई संदिग्ध मरीजों की जांच व सैंपल में करीब 27% की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इनमें 17 हजार 210 कुल सैंपल में से 4 हजार 497 पॉजिटिव के सामने आए अगर इनका पॉजिटिव प्रतिशत देखा जाए तो वह 27.21% तक पहुंच गया है.

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