अजमेर. जिले में कांग्रेस पर्यवेक्षक शारदा कांत शर्मा और सगीर मोहम्मद ने बाबू मोहल्ला स्थित कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेसी पदाधिकारियों और स्थानीय दिग्गजों के साथ उम्मीदवारों को लेकर मंथन किया. पर्यवेक्षक शारदा कांत शर्मा ने दावा किया है कि इस बार नगर निगम में बोर्ड कांग्रेस का बनेगा. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के अग्रिम संगठनों के मजबूत कार्यकर्ताओं को भी टिकट में महत्व दिया जाएगा.
कांग्रेस पार्टी नगर निगम चुनाव में कब्जा जमाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वर्षों से अजमेर शहर में कांग्रेस गुटबाजी का शिकार रही है. यही वजह है कि 30 वर्षों से कांग्रेस कभी नगर निगम में अपना बोर्ड नहीं बना सकी, लेकिन इस बार कांग्रेस गंभीर नजर आ रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुटबाजी को थामने के लिए दो पर्यवेक्षक भेजे हैं. दोनों पर्यवेक्षकों ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं को एक जाजम पर लाने के साथ ही एक सुर बैठाने की भी कोशिश की है.
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उम्मीदवारों के चयन के लिए पर्यवेक्षक शारदा कांत शर्मा और सगीर मोहम्मद ने स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत की. इस दौरान दोनों पर्यवेक्षकों ने दावेदारों से भी मुलाकात की. कांग्रेस पर्यवेक्षक शारदा कांत शर्मा ने कहा कि वर्षों से नगर निगम में भाजपा का कब्जा है और स्थानीय जनता त्रस्त है. जनता चाहती है कि नरक निगम से वापस नगर निगम बने.
शर्मा ने कहा कि नगर निगम में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड बनता है तो भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा. तत्कालीन मेयर धर्मेंद्र गहलोत के खिलाफ 13 फाइलों के चर्चित भ्रष्टाचार के मामले पर पर्यवेक्षक शारदा कांत शर्मा ने कहा कि मामले की जांच जल्द होगी.
शारदा कांत शर्मा ने कहा कि शहर के धार्मिक और पर्यटन के महत्व को देखते हुए कांग्रेस अपना घोषणा पत्र जारी करेगी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस के अग्रिम संगठन कांग्रेस सेवादल, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के मजबूत कार्यकर्ताओं को भी टिकट में महत्व दिया जाएगा.